पत्रकारो पर अधिकारीयो द्वारा अभ्रदता एवं झूठे आरोप लगाकर शिकायत करना पत्रकारो के अधिकारो का हनन ? 

RAKESH SONI

पत्रकारो पर अधिकारीयो द्वारा अभ्रदता एवं झूठे आरोप लगाकर शिकायत करना पत्रकारो के अधिकारो का हनन ? 

 स्वतंत्रता से कार्य करने पत्रकार सुरक्षा कानून लागू होना जरूरी

मुलताई। विगत समय से निष्पक्ष पत्रकारिता करने वाले पत्रकारो के लिए आजादी के साथ कार्य करना एक मुश्किल काम होता जा रहा है एक नही कई मामले एक अकेले मुलताई क्षेत्र में ही सामने आ चुके है कि जनता के लिए जनता की लड़ाई लडऩे वाला लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का एक सिपाही जब किसी सरकारी कार्यालय में पदस्थ अधिकारी के द्धारा किये जा रहे भ्रष्टाचार एवं

अनियमिताओ की जानकारी उजागर करने संबंधित अधिकारी से जानकारी मांगता है या जानकारी लेने कार्यालय पहुंचता है तो अपना भ्रष्टाचार उजागर ना हो इस उददेश्य से अधिकारी एवं कर्मचारी पत्रकार पर दबाव बनाने के लिए सीधे सीधे अभ्रदता या शासकीय कार्य में बाधा सहित झूठे आरोप लगाकर पुलिस में शिकायत कर पत्रकार को उलझाा देते है पुलिस मामले में फंसकर जनता की लड़ाई लडऩे वाला पत्रकार कोर्ट कचहरी के मामलो में उलझकर अपने ही बचाव में संघर्ष करने को मजबूर हो जाता है लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का सिपाही शाासकी कार्य में बाधा सहित अन्य आरोप में उलझता है लेकिन मानसिक एवं अन्य परेशानी होने पर किसी का सहयोग नही मिलता है। विगत दिन सोमवार को मुलताई पत्रकार असलम अहमद पर समाचार संकलन के दौरान नपा मुलताई मुख्यनगर पालिका अधिकारी द्धारा एक षडयंत्र पूर्वक झूठी शिकायत थाना मुलताई में दर्ज करने के खिलाफ मुलताई के समस्त पत्रकारो द्धारा एसडीएम मुलताई एव थाना प्रभारी मुलताई को ज्ञापन सौपकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई। प्रश्र यह खड़ा होता जा रहा है जनता की लड़ाई लडऩे वाला पत्रकार निष्पक्ष रूप से कार्य करने के उददेश्य से शासकीय कार्य में जनता की गाढ़ी मेहनत की कमाई से टैक्स के रूप में दिया गया सरकारी धन का भ्रष्टाचार की मंशा से अधिकारी खर्च करता है एवं उसकी सही जानकारी लेने पत्रकार कार्यालय पहुंचता है तो भ्रष्टचार के मामले का दबाने की आशय से सही जानकारी उपलब्ध नही कराकर अधिकारी गुमराह करते हुए जानकारी ना देकर उल्टे पत्रकार पर ही अभ्रदता एवं अन्य झूठे आरोप लगाकर पुलिस शिकायत करता है पत्रकारो पर अधिकारीयो द्धारा झूठे आरोप लगाना कलम के सिपाही के अधिकारो का हनन है ?ेे शासन को भी पत्रकार के अधिकारो की रक्षा के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करना चाहिए। जिससे पत्रकार निर्भीकता से अपना कार्य करते हुए जनता की लड़ाई लड़ सके l

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