द्वादश ज्योतिर्लिंग की कथा के साथ शिवमहापुराण की कथा का हुआ समापन
विदाई के समय भावविभोर हुए श्री शास्त्री जी एवं श्रोतागण
घोड़ाडोंगरी। पिपलेश्वर महादेव मंदिर होली चौक घोड़ाडोंगरी में चल रही शिवमहापुराण कथा का आज समापन दिवस रहा बता दे की पिछले वर्ष ही आज 16 फरवरी को ही पिपलेश्वर मंदिर का निर्माण कर भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी
जिसको लेकर आज मंदिर का वार्षिक उत्सव मनाया गया बैतूल से आए कलाकार सुनील प्रजापति द्वारा आज पिपलेश्वर महादेव का विशेष श्रृंगार किया गया इसी तारतम्य में शिवमहापुराण की कथा आयोजन 10 फरवरी से पिपलेश्वर सेवा समिति द्वारा किया गया
आज की कथा में प,. शास्त्री जी द्वारा बताया गया कि आप सभी बड़भागी है जो आज द्वादश ज्योतिर्लिंग की कथा सुनने को मिल रही है संध्या के समय जो व्यक्ति द्वादश ज्योतिर्लिंग के नाम ले लेता है उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं पंडित शास्त्री जी द्वारा शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंग का वर्णन किया गया जिसमें सोमनाथ मल्लिकार्जुन महाकाल ओंकारेश्वर केदारनाथ भीमाशंकर विश्वनाथ त्रंबकेश्वर बैद्यनाथ नागेश्वर रामेश्वर घुश्मेश्वर शामिल है। कथा के आखिरी श्लोक के पश्चात पंडित जी द्वारा विदाई गीत गाया गया जिसे सुन स्वयं पंडित जी सहित सभी श्रोतागण भाव विभोर हुए
आयोजन को लेकर समिति के सदस्यो ने बताया कि इस आयोजन की रूपरेखा मात्र 6 दिनों में ही बनी और इतना बड़ा कार्यक्रम आज संपन्न हुआ कार्यक्रम में नगर के सभी वर्गों ने बढ़चढ़ कर अपना सहयोग किया इस कार्यक्रम में महिलाओं द्वारा विशेष सहयोग प्रदान किया गया आज की कथा के पश्चात हवन पूजन संपन्न कर विशाल भंडारा भी आयोजित किया गया यह भंडारा देखकर वाकई लग रहा था कि आज नगर में भोलेनाथ स्वयं उतरकर यह विशाल भंडारा करा रहे हो
समिति के सदस्यों द्वारा इस विशाल आयोजन में सभी सहयोग कर्ताओं का आभार व्यक्त किया गया