देवदूत बने संघ के स्वयंसेवक घायलों के लिए संघ के स्वयंसेवकों ने किया 500 यूनिट का रक्तदान

RAKESH SONI

देवदूत बने संघ के स्वयंसेवक

घायलों के लिए संघ के स्वयंसेवकों ने किया 500 यूनिट का रक्तदान

बालासोर। ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण रेल दुर्घटना के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सैकड़ों स्वयंसेवक राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। संघ के स्वयंसवकों ने करीब 500 यूनिट रक्तदान किया है। बालेश्वर जिले के बाहनगा रेलवे स्टेशन के निकट हुए भीषण ट्रेन हादसे के बाद हमेशा की तरह संघ के स्वयंसेवक सबसे पहले घटना स्थल पर पहुंच गये ।

एनडीआरएफ और प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही यानी साढे सात बजे तक ही स्वयंसेवक वहां पहुंच गये थे। जहां पर दुर्घटना हुई उसके पास स्थित गांव बाहनगा में संघ की शाखा होने के कारण प्रारंभ में ही कम संख्या में स्वयंसेवक पहुंच गये थे। लेकिन रात तक आते आते लगभग ढाई सौ स्वयंसेवक दुर्घटना स्थल पर प्रशासन व राहत कार्यों में लगे जवानों की सहायता की । राहत बचाव में देरी ना हो, इसके लिए स्वयंसेवकों ने तत्काल प्रभाव से ऑटो, मोटरसाइकिल से घायलों को अस्पताल ले जाने लगे। स्वयंसेवक रमेश जी ने विपरीत परिस्थितयों में बोगी के अंदर जा-जाकर पूरी रात घायलों को निकालते रहे और अन्य स्वयंसेवक अस्पताल पहुंचाते रहे। 

संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख रवि नारायण पंडा ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक प्रशासन व बचाव कार्यों में लगे विभिन्न एजेंसियों के जवानों के साथ मिल कर दुर्घटना में फंसे घायल यात्रियों को बाहर निकालने में सहायता की । संघ के सह विभाग प्रचारक विष्णु नायक के दुर्घटनास्थल पर उपस्थित थे । 

संघ के स्वयंसेवकों ने फंसे घायल यात्रियों को निकालने के साथ साथ उन्हें एंबुलैंस में बिठाने के कार्य में लगे रहे । घायल यात्रियों को अस्पताल ले जाना प्रारंभ होने क बाद बालेश्वर विभाग के प्रचारक चंद्रशेखऱ महापात्र बालेश्वर जिला अस्पताल में उपस्थित रहे और उन्होंने वहां सेवा कार्यों की निगरानी की । चन्द्रशेखर की देखरेख में स्वयंसेवकों ने रक्तदान देना प्रारंभ कर दिया। यहां पर करीब 300 स्वयंसेवकों ने रक्तदान किया। 

संघ के स्वयंसेवकों ने स्वयं रक्तदन करने के साथ साथ घायल यात्रियों के लिए रक्तदान कराया । इसी तरह कुछ घायल यात्रियों को भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल व सोरो स्थित मेडिकल ले जाया गया । वहां भी संघ के स्वयंसेवकों ने मोर्चा संभाला । इन चिकित्सालयों मे भी स्वयंसेवकों ने रक्त दान किया और रक्त का इंतजाम किया । घटना स्थल से लेकर अस्पताल तक स्वयंसेवक राहत बचाव और कार्य में लगे रहे। शवों को निकालकर एंबुलेंस तक पहुंचाना, घायलों को अस्पताल में भर्ती कराना, खून की व्यवस्था करना और भोजन पानी की भी व्यवस्था स्वयंसेवकों ने की। यही नहीं घायलों के परिजनों से स्यंसेवकों ने अपने मोबाइल से बात भी करवायी।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हिंदू जागरण मंच, बजरंग दल,सेवा भारती के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने राहत बचाव कार्य में अनवरत लगे रहे।

इस भीषण दुर्घटना में जीवन खोने वाले यात्रियों के शवों को लेने में उनके परिजनों की सहायता में स्वयंसेवक लगे रहे । इसी तरह कटक के एससीबी मेडिकल कालेज व अस्पताल में भी संघ के सेवा विभाग से जुडे स्वयंसेवक सक्रिय रहे । इन घायल यात्रियों को अटेंडैंट देने के साथ साथ उनके परिवारों से संपर्क कर उन्हें सूचना देना आदि कार्य़ों में स्वयंसेवक लगे रहे । संघ के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख जगदीश खाडंगा व प्रांत सेवा प्रमुख शांतनु माझी भी दुर्घटनास्थल पर उपस्थित थे और उनके प्रत्यक्ष देखरेख में यह कार्य किया गया ।

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