मनसंगी राष्ट्रप्रेम पत्रिका आचार संहिता का हुआ सफल प्रकाशन

RAKESH SONI

मनसंगी राष्ट्रप्रेम पत्रिका आचार संहिता का हुआ सफल प्रकाशन

सारणी। राष्ट्रप्रेम पत्रिका के छठवें अंक आचार संहिता का प्रकाशन मनसंगी साहित्य संगम,सारनी बैतूल,मध्यप्रदेश द्वारा किया गया। मनसंगी राष्ट्रप्रेम पत्रिका का उद्देश्य राष्ट्रप्रेम को बढ़ावा देना हैं,जिसमें श्रेष्ठ रचनाकारों ने हृदय में समाहित अपने भावों को गीत,कविता,आलेख इत्यादि के माध्यम से पत्रिका में उड़ेला है। 

मनसंगी साहित्य संगम के संस्थापक आ.अमन राठौर”मन” जी एवं सहसंस्थापिका आ.मनीषा कौशल जी ने बताया कि आचार संहिता से जुड़ी बहुत सारी सवालों और जिज्ञासाओं के जवाब तलाशने का प्रयास इस पत्रिका के माध्यम से किया गया है।

मनसंगी साहित्य संगम के अध्यक्ष आ.सत्यम द्वेविदी जी ने सरस्वती वंदना देकर पत्रिका को सफल बनाने में विशेष योगदान दिया है।

राष्ट्रप्रेम पत्रिका में संकलक एवं सम्पादिका के रूप में दीपमाला साहू जी का विशेष योगदान रहा है, दीपमाला साहू ने बताया कि पत्रिका का मुख्य उद्देश्य आम जनता तक आचार संहिता के बारे मे अपने विचारों को साझा करना है ताकि समाज के अंतिम छोर में खड़ा व्यक्ति भी मुख्यधारा से जुड़कर अचार संहिता की नियमावली के बारे में जान सके तथा सही तरीके से नियमों का पालन कर सके।

 इस पत्रिका में रचनाकारों ने अपनी स्वरचित रचनाओं से संकलन को नया आयाम दिया।

 जिसमे प्रीति चौधरी मनोरमा जी,डॉ.रामशरण सेठ जी,खान मनजीत भावड़िया मजीद जी,आर्या आरती भार्गव भार्गवी जी,हरि प्रकाश गुप्ता सरल जी,अनूप अम्बर जी,सुरंजना पांडेय जी,बलराम यादव देवरा जी,खेमराज साहू राजन जी,नगेन्द्र बाला बारैठ जी,रामेन्द्र नायक जी,त्रिभुवन गौतम जी,लतारानी अग्रवाल जी,निखिलेश नीमा जी,प्रीति सक्सेना जी,सीमा गुप्ता जी,मनोज कुमार जी,भूमिका शर्मा जी,महेश कुमार जी,विनीत श्रीवास्तव जी,किरण मिश्रा निधि जी,सीमा पोद्दार जी,चंदन कुमार देव जी,गोविंद आनंद जी,अंजू भाटिया जी,आकांक्षा वर्मा जी,शेखर कुमार रंजन जी,रेशमा बेहेराणि जी,डॉ.रामबली मिश्र जी,ज्योति एन भावनानी जी,शिमला आज़मी जी,आदित्य रंजन सुधाकर जी,अनुराधा के जी,नंदिता माजी शर्मा जी,डॉ. राकेश कुमार पांडेय जी,दीपक कुमार विश्वकर्मा जी,रामकुमारी जी,अनिल कुमार केसरी जी,जुबैर खान जी,कमलसिंह जी,विदुर सिंह हरिवियोगी जी,स्नेह सिंह जी का योगदान रहा।

सभी रचनाकारों के सहयोग एवं सम्पादक मंडल के अथक परिश्रम से इस सुनियोजित पत्रिका को आयाम मिला।

यह पत्रिका बाबा साहेब की जयंती पर संविधान को समर्पित है।

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