मनसंगी पत्रिका भारतीय शादियां का हुआ सफल प्रकाशन
सारणी। मनसंगी पत्रिका के 20अंक का प्रकाशन मनसंगी साहित्य संगम,सारनी बैतूल,मध्यप्रदेश द्वारा किया गया।
जिसमें श्रेष्ठ रचनाकारों ने हृदय में समाहित अपने भावों को गीत,कविता,आलेख,लघुकथा, कहानी इत्यादि के माध्यम से पत्रिका में उड़ेला है।
मनसंगी साहित्य संगम के संस्थापक आ.अमन राठौर”मन” जी एवं सहसंस्थापिका आ.मनीषा कौशल जी ने बताया कि भारतीय विवाह में हो रहे बदलाव,रीति-रिवाज का समाज में प्रभाव,महत्व इत्यादि का वर्णन इस पत्रिका के माध्यम से किया गया है।
मनसंगी साहित्य संगम के अध्यक्ष आ.सत्यम द्वेविदी जी ने सरस्वती वंदना देकर पत्रिका को सफल बनाने में विशेष योगदान दिया है।
पत्रिका में संकलक जागृति शर्मा एवं सम्पादिका दीपमाला साहू जी का विशेष योगदान रहा है,इन्होंने बताया कि हमारी भारतीय संस्कृति में संस्कार व परम्पराएं सनातन काल से ही विद्यमान है,सोलह संस्कारों में से एक संस्कार है विवाह संस्कार। पत्रिका में विवाह में हो रहे बदलावों का वर्णन है।
इस पत्रिका में रचनाकारों ने अपनी स्वरचित रचनाओं से संकलन को नया आयाम दिया।
जिसमे बलराम यादव देवरा जी,आशीष द्विवेदी “साथी” जी,प्रीति सक्सेना जी,डॉ. रामशरण सेठ जी,ज़ुबैर खान जी,डॉ. शशिकला अवस्थी जी,कु.फोरम आर मेहता जी,लता रानी अग्रवाल जी,सरला मेहता जी,निखिलेश नीमा जी,प्रीति चौधरी “मनोरमा” जी,अनामिका संजय अग्रवाल ★मन★”मुस्कान” जी,डॉ. ऋचा शर्मा “श्रेष्ठा” जी,डॉ. ज्ञानेश्वरी व्यास (स्मृति) जी,भूमिका शर्मा जी,रामेन्द्र नायक “गब्दी” जी,रंजना झा जी,हरि प्रकाश गुप्ता ‘सरल’जी,सुजाता प्रिय ‘समृद्धि’ जी,सुरंजना पांडेय जी,ज्योति एन भावनानी जी,विशालाक्षी जी,शबनम सागर जी,एकता श्रीवास्तव जी,हरिओम पाटिदार जी,सरिता श्रीवास्तव जी,आकाशवीर जी,माला पहल जी,सरला सिंह “स्निग्धा” जी,ऋतु दीक्षित जी,प्रज्ञा आम्बेरकर जी,कंचन पांडेय जी,डॉ. राकेश कुमार पांडेय जी,अभिषेक रंजन जी,चंचलिका जी,नीतू रवि गर्ग जी,कल्पना रामनारायण कहार जी,वेद प्रकाश दीवाकर जी,किरण मिश्रा #निधि# जी,प्रीति सिंह जी,नंदिता माजी शर्मा जी,सुनीता यादव जी,तलत एजाज जी,त्रिभुवन गौतम जी का योगदान रहा।
सभी रचनाकारों के सहयोग एवं सम्पादक मंडल के अथक परिश्रम से इस सुनियोजित पत्रिका को आयाम मिला।