आध्यात्म दिलाता है जीवन की उलझनों से मुक्ति – राजयोगिनी शारदा दीदी
डबल्यू सी एल महाप्रबंधक, ताप विद्युत गृह के मुख्य अभियंता रहे मुख्य अतिथि
सारनी के कई गणमान्य नागरिकों ने सीखे जीवन को उलझन मुक्त करने के तरीके

सारनी। हमने जो लक्ष्य रखा है अथवा जीवन में जिस राह पर चलना निर्धारित किया है उन राहों में विघ्नों का आना स्वाभाविक है और इन बाधाओ का निराकरण भी हमें ही करना है। हमारे सकारात्मक संकल्प हमें ऊर्जा प्रदान करते हैं और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं वही नकारात्मकता उलझन को बढ़ाती है और हमारे उत्साह को कम करती जाती है। उलझन से मुक्त होकर के उत्साही जीवन जीने के लिए हमें आध्यात्मिक के द्वारा अपने दृष्टिकोण को परिवर्तन कर सकारात्मक बनाना होगा तब जीवन में आने वाली उलझने अथवा तूफान तोहफे की तरह नजर आएंगे । उपरोक्त विचार आबू पर्वत राजस्थान से पधारी राजयोगिनी शारदा दीदी जी ने सारणी में आयोजित “जीवन उलझन से उत्साह की ओर” कार्यक्रम में सारणी के गणमान्य नागरिकों को संबोधित करते हुए कहें। उन्होंने कहा कि हमें मन को एंपावर करने की आवश्यकता है, उसे रेस्ट देने की आवश्यकता है, और राजयोग मेडिटेशन इसका सबसे सहज साधन है। जिसे कोई भी अपने जीवन में अपना कर मन को सशक्त बना सकता है। सारणी में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सतपुड़ा ताप विद्युत गृह के मुख्य अभियंता विनोद कुमार कैथवार , वेस्टर्न कोल्ड फील्ड लिमिटेड पाथाखेड़ा क्षेत्र के महाप्रबंधक महापात्रा जी , नगर पालिका अध्यक्ष किशोर वरदे,शासकीय महाविद्यालय बागडोना के प्राचार्य वाधवा मैडम, भाजपा के वरिष्ठ नेता रणजीत सिंह जी, सारणी थाना प्रभारी मरकाम जी, नायब तहसीलदार सहित गई गणमान्य नागरिक और व्यापारी उपस्थित थे। मंचासीन सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की तथा राजयोगिनी शारदा दीदी जी के उद्बोधन को बहुत ही ध्यानपूर्वक सुना। उद्बोधन के पश्चात दीदी जी ने सभी को राज योग की अनुभूति भी कराई जिसके द्वारा सभी ने गहन शांति की अनुभूति की और इस बात को समझा की मन को शांत करना तथा सकारात्मक बनाना अति सरल है।
*अतिथियों ने की प्रशंसा*
कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों ने अपने मन के भावों को व्यक्त करते हुए कहा कि राजयोग को अपने जीवन में अपना कर राजयोग को अपने जीवन में अपनाने का प्रयास करेंगे तथा दीदी जी द्वारा बताए गए दिशा निर्देशों को पालन कर अपने जीवन को खुशनुमा तथा सकारात्मक दिशा देंगे। सभी अतिथियों ने ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र पर आकर के राजयोग मेडिटेशन के सात दिवसीय प्रशिक्षण को लेने का आग्रह भी किया।