आज से शुरू होगा संगीत में श्री राम कथा।
गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन शुरू।
फोटो कैप्शन 09 बैकुंठ धाम आश्रम सलैया।

सारनी। ग्राम पंचायत सलैया के बैकुंठ धाम आश्रम में 9 से 13 जुलाई तक चलने वाले गुरु पूर्णिमा महोत्सव एवं राम कथा का शुभारंभ आज दोपहर 3 बजे से किया जाएगा बैकुंठ धाम आश्रम के संस्थापक सीताराम दादाजी ने बताया कि उत्तरप्रदेश के झांसी से पधारे पंडित अरुण गोस्वामी के मुखारविंद उसे श्री राम कथा का वाचन किया जाएगा इस कथा में उनका सहयोग उत्तरप्रदेश के कानपुर से आए नंदकिशोर पाठक के माध्यम से दिया जाएगा उन्होंने कहा कि दो वर्षों तक कोरोना काल होने की वजह से गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन नहीं किया गया था।दो वर्ष के लंबे इंतजार के बाद बैकुंठ धाम आश्रम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। गुरु पूर्णिमा का आयोजन 13 जुलाई को है और 13 जुलाई को 20 से 30 हजार श्रद्धालुओं के बैकुंठधाम आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। बैकुंठ धाम आश्रम के महंत संगीत दास महाराज ने बताया कि 9 जुलाई को दोपहर 3 बजे विधि विधान के साथ पूजा आराधना करने के बाद श्री राम कथा का आयोजन किया जाएगा और श्री राम कथा का आयोजन बैकुंठ धाम आश्रम में 4 दिनों तक आयोजित होगा कथा का आयोजन दोपहर 3 बजे से लेकर शाम 5:30 बजे तक होगा उन्होंने ग्राम पंचायत सलैया,साईं लीला, बगडोना सहित आसपास के क्षेत्रों के श्रद्धालुओं से अपील की है कि 4 दिन तक संगीत में श्री राम कथा में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करें।
बैकुंठ धाम आश्रम में श्रद्धालुओं के आने का दौर शुरू
बैकुंठ धाम आश्रम में दो वर्ष के बाद गुरु पूर्णिमा महोत्सव की तैयारी लगभग पूरी की जा चुकी है। बैकुंठ धाम आश्रम के चेतन महाराज ने बताया कि 5 दिनों तक महा उत्सव का आयोजन किया जाएगा जिसका शुभारंभ 9 जुलाई को शुरू किया जाएगा और समापन गुरु पूर्णिमा के दिन होगा महा उत्सव में जबलपुर,कटनी, सीधी,बड़वानी, ग्वालियर,धार,उज्जैन, हरदा,शिवपुरी,मंदसौर, रायसेन,शाजापुर, विदिशा,अशोकनगर, सतना,खंडवा,डिंडोरी, नर्मदापुरम,उमरिया, बैतूल,सागर,नीमच, दतिया,सिवनी,इंदौर, छिंदवाड़ा,चाचौड़ा, नागदा के अलावा उत्तर प्रदेश और झारखंड से श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया है उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के रुकने के लिए बैकुंठ धाम आश्रम में व्यवस्था की गई है। साथी कथा स्थल का भी निर्माण हॉल में किया गया है। कथा स्थल पर अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील बैकुंठ धाम आश्रम से जुड़े सभी लोगों के द्वारा की गई है।