अक्षय तृतीया पर हजारों लोगों को वितरित किया शरबत व सत्साहित्य
गर्मी से राहत दिलाने श्री योग वेदांत सेवा समिति ने की सेवा

बैतूल। शास्त्रों में वैशाख मास की अक्षय तृतीया में दान आदि सत्कर्मों की अपार महिमा का वर्णन मिलता है। संत श्री आशारामजी बापू ने भी अपने सत्संग में अक्षय तृतीया पर जप, ध्यान और स्नान, दान आदि पुण्यदायी कर्मों का अत्यधिक महत्व बताया है उन्ही की सत्प्रेरणा से श्री योग वेदांत सेवा समिति बैतूल द्वारा अक्षय तृतीया व श्री परशुराम जयंती पर गंज के काश्मीर चौक पर लगभग पांच हजार लोगों को चिलचिलाती गर्मी की शारीरिक तपन से राहत दिलाने के लिए पलाश का शीतल शरबत का वितरण किया गया। साथ ही मानसिक ताप मिटाने के लिए पूज्य बापूजी का सत्साहिय और मासिक पत्रिका ऋ षिप्रसाद भी वितरित की गई। श्री योग वेदांत सेवा समिति के जिलाध्यक्ष राजेश मदान ने बताया कि समिति द्वारा हर वर्ष अक्षय तृतीया व श्री परशुराम जयंती पर गर्मी से राहत दिलाने हेतु पूज्य बापूजी की प्रेरणा से हजारों राहगीरों को शीतल शरबत व छाछ आदि ठंडे पेय का वितरण किया जाता है। इस वर्ष भी साधकों द्वारा पांच हजार से अधिक लोगों की सेवा की गई। श्री मदान ने कहा कि जिन संत की सत्प्रेरणा से समितियों व आश्रमों द्वारा कई वर्षों से निरंतर समाजसेवा की जा रही है ऐसे निर्दोष संत को सुनियोजित साजिश करके झूठे आरोपों के तहत दस वर्षों से जेल में रखा हुआ है। ना ही एक दिन की भी बेल या पेरोल नही दी गई। न्यायपालिका व सरकार द्वारा उनके स्वास्थ्य व उम्र को देखते हुए शीघ्र ससम्मान रिहा किया जाना चाहिए। आयोजित सेवा कार्य को सफल बनाने में समिति के जिलाध्यक्ष राजेश मदान के साथ अनूप मालवीय, मोहन मदान, किशोरीलाल झरबड़ेे, रमेश बारस्कर, इंद्रदेव कवडक़र सहित अन्य साधकों का योगदान सराहनीय रहा।