संस्कार भारती मध्य भारत प्रांत की साधारण सभा ।
भोपाल। मध्य भारत प्रांत संस्कार भारती की वर्ष में एक बार होने वाली साधारण सभा भोपाल के प्रधान मंडपम में नटराज पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर प्रारंभ हुई। साधारण सभा की अध्यक्षता राजीव वर्मा अध्यक्ष मध्य भारत प्रांत ने की।पहले सत्र में प्रांत की वार्षिक गतिविधियों की जानकारी मोतीलाल कुशवाह सह-महामंत्री ने दी।
सभी जिलों से आये अध्यक्ष और महामंत्री द्वारा अपने अपने जिलों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। संस्कार भारती की आठ विधाओं के प्रमुखों ने अपनी अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की । निरंजन पंडा अखिल भारतीय लोक कला के सह संयोजक ने सभी उपस्थित सदस्यों को अपने अपने दायित्व बोध से अवगत कराया। चर्चा में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने भाग लेते हुए अनेक दायित्वों की आपस में बातचीत की। पद और दायित्व में क्या अंतर है , यह श्री पंडा ने स्पष्ट किया। संस्कार भारती में भी समरसता ,कुटुंब प्रबोधन और पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान देना है । आज हमारे उपर सभी ओर से आघात हो रहा है। समाज को छिन्न भिन्न करने का प्रयास जारी है। आदिवासी समाज हिन्दू नहीं है,विचारो का प्रहार हो रहा है। हमें सामाजिक, सांस्कृतिक और प्रकृति के पर्यावरण संरक्षण को बचाना होगा। युवाओं को गौरवान्वित करने वाले इतिहास से जोड़ने की आवश्यकता है। प्रांतीय उपाध्यक्ष अंबादास सूने ने बताया कि साधारण सभा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये है। कला और साहित्य के माध्यम से समाज को संगठित करना होगा। साधारण सभा में नये दायित्वों की घोषणा भी की गई। इस अवसर पर ग्वालियर, सीहोर, बैतूल, भोपाल, दतिया,सारनी से अनेक सदस्य उपस्थित थे।