चार दिन में तीन अजगर सांपों का रेस्क्यू
सारनी। लगातार हो रहे मौसम परिवर्तन के चलते शहर में सांप निकल रहे हैं, पिछले चार दिनों में सारनी शहर से विभिन्न प्रजाति के दस सांपों का रेस्क्यू वन्य प्राणी एवं प्रकृति संरक्षण का कार्य कर रहे समाजसेवी आदिल खान के माध्यम से किया गया। इसमें त्रिंकेट, धामन, पनियल और अजगर शामिल हैं।
आदिल ने बताया कि कुछ दिन तेज बारिश के बाद अचानक तेज धूप निकल आ रही है जिस वजह से सांपों के निकलने के लिए मौसम बिल्कुल अनुकूल हो गया है और इसी वजह से बड़ी संख्या में सांप क्षेत्र में निकल रहे हैं। इसमें प्रमुखता से इस समय अजगर सांप निकल रहें हैं। गुरुवार रात मध्य प्रदेश पावर जेनरेटिंग कंपनी के इरेक्टर हॉस्टल में मौजूद इंडियन कॉफी हाउस में रात को 11:00 बजे एक विशालकाय अजगर आ गया। अजगर को देख वहां मौजूद कर्मचारी घबरा गए थे, कर्मचारियों ने तत्काल इसकी सूचना आदिल खान को दी जिसके बाद आदिल ने मौके पर पहुंचकर अजगर का रेस्क्यू किया और उसे पास के ही जंगल में सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया। वहीं एक अजगर बाकुड़ गांव में धान के खेत में बैठा हुआ था, जिसने वहां मौजूद सफाई करने वाले मजदूरों पर हमला कर दिया था जिससे कि मजदूर काफी घबरा गए थे इसके बाद सूचना मिलने पर आदिल वहां पहुंचे और अजगर का रेस्क्यू कर, रेस्क्यू स्थान से 2 किलोमीटर दूर मौजूद जंगल में उसे सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया। वहीं शनिवार दोपहर बाकुड़ गांव के पास धान के खेत में अजगर होने की सूचना आदिल को मिली, जिस पर आदिल ने वहां पहुंचकर ग्रामीणों और मजदूरों को समझाया कि इसे यहीं रहने दें परंतु लोगों में काफी डर था तो वह अजगर को वहीं रहने देने पर सहमत नहीं हुए जिसके बाद आदिल ने अजगर का रेस्क्यू कर उसे जंगल में छोड़ दिया।
आदिल ने बताया कि अजगर जहरीले नहीं होते हैं और पारिस्थितिक तंत्र को मज़बूत बनाए रखने में इनका विशेष योगदान है, इसलिए इनका खेतों और शहरों में होना अति आवश्यक है। क्योंकि सारनी ऐसा क्षेत्र है जो चारों तरफ से सतपुड़ा के घने जंगलों से घिरा हुआ है तो यहां सांप आना स्वाभाविक सी बात है। अजगर जहरीले नहीं होते हैं इसलिए उन्हें रेस्क्यू कर आसपास के जंगल में ही छोड़ा जाता है, ताकि उक्त क्षेत्र का पारिस्थितिक तंत्र का संतुलन बना रहे।