“आओ गढ़ें संस्कारवान पीढ़ी” अभियान अंतर्गत कराए पुंसवन संस्कार।
सारणी:- स्थानीय गायत्री प्रज्ञा पीठ में रविवार सप्ताहिक यज्ञ में 3 दंपत्तियों ज्योति /अजय सिंह राजपूत, दीपा/हेमंत धोटे, कीर्ति/योगेश कोसे ने यज्ञ कार्यक्रम में पूंसवन संस्कार संपन्न कराए. इस अवसर पर इनके परिवार के अलावा अनेक गायत्री परिवार कार्यकर्ता भाई बहन भी मौजूद थे. संस्कार प्रवचन मंच (व्यासपीठ) से कर्मकांड संस्कार संपन्न कराते हुए ट्रस्टी कांति गुलवासे एवं देवालय प्रबंधक श्रीमती प्रमिला पांसे ने बताया कि शिशु में गर्भ से ही सीखने की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाती है. अतः इस समय से ही शिशु को संस्कारित करने के लिए गर्भिणी को श्रेष्ठ चिंतन चाहिए और सकारात्मक रहते हुए श्रेष्ठ पुस्तकों का अध्ययन, मनन, चिंतन, सत्संग और श्रेष्ठ आचरण करना चाहिए जिससे उसकी भावी संतान जन्म से ही स्वस्थ्, प्रतिभाशाली, प्रखर, तेजस्वी, बुद्धिमान, सभ्य और श्रेष्ठ संस्कारों से युक्त हो।