मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खंड बैतूल एवम् ISA
सारणी। ग्राम भारती महिला मंडल शोभापुर कॉलोनी द्वारा जिले के 10 विकास खंडों में विशेष कार्यक्रम का आयोजन कार्यपालन यंत्री श्री राजीव रंजन ठाकुर एवम् संस्था प्रमुख श्रीमती भारती अग्रवाल के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में दिनांक 6 नवंबर 2022 को किया गया। कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्रों में जल संवर्धन, जल बचाओ एवं जल संरक्षण, FTK किट से जल परीक्षण ,नदी नालों पर बोरी बंधान, चेक डैम, स्टॉप डेम, कड़ी शटर के द्वारा वर्षा जल को संचय करने , विषयो पर समुदाय के साथ संवाद एवम्
क्रियान्वयन किया। दिनांक 06/11/2022 को किए गए कार्यक्रम में समस्त AE, सहायक यंत्री श्री जे एम लालवानी , जिला सलाहकार समस्त , उपयंत्री श्री ललित गुप्ता,श्री अखिलेश बडोले एवं सभी विकास खंड समन्वयक, संस्था के टीम मैनेजर, क्षेत्रीय कार्यकर्ता के द्वारा ग्राम स्तर में निम्नलिखित कार्यक्रम आयोजित किए गए।
1. स्कूल रैली,जनसभा।
2. चित्रकला।
3. रंगोली प्रतियोगिता।
4. बोरी बंधान , कडी शटर स्टॉप डेम , नाला बंधान कार्य
5.Ftk किट के माध्यम से पेय जल की शुद्धता की जांच।
6. किचन गार्डन लगने का महत्व बताया गया
आज के इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को जागरूक कर जल जीवन मिशन के तहत आने वाले समय में जल स्रोतों में सतत जल की उपलब्धता को निर्धारित करना जल के अपव्यय को रोकना नल जल योजना के संचालन संधारण में समुदाय की सहभागिता को सुनिश्चित करना था। इसको ध्यान में रखते हुए उपरोक्त अनुसार कार्यक्रमों का चयन किया गया, सभी विकास खंड के ग्राम जिनमें कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
1. बैतूल —मिलानपुर, गोहची
2. आमला —खेड़ली बाजार, तरोड़ा बुर्जुग
3. मुलताई —परेगांव, बानुर
4. प्रभात पट्टन —नरखेड़, मांगोना कला
5. शाहपुर —केसिया, कामथी
6. भीमपुर —खर्जीढो, उचघो
7. भेसदेही — माथनी, विजयग्राम
8. चिचोली —अटारी, भूरभूर
9. आठनेर — टिपनापुर, मजारे घोघरा
10. घोड़ाडोगरी —सीताकामाथ, खामलपुर, साताखेड़ी, कान्हावाड़ी। इन
ग्रामों में समुदाय को व्यक्तिगत पारिवारिक एवं सामुदायिक स्तर पर जल संवर्धन, संरक्षण एवं जल के अपव्यय को बचाने हेतु उपाय बताए गए। कार्यक्रम में ग्राम स्तर से सरपंच, सचिव एवं ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्य, स्वयं सहायता समूह के सदस्य, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की उपस्थिति उल्लेखनीय रही , प्रत्येक विकासखंड में कार्यक्रम को सराहा गया। इस प्रकार के कार्यक्रमों से निश्चित ही जल जीवन मिशन में लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में सफलता अवश्य प्राप्त होंगी।