नहीं करेंगे दोबारा जुर्म और नशा, कैदियों ने लिया संकल्प
कलेक्टर,
कलेक्टर,
पुलिस अधीक्षक और जेलर को भी बांधी राखी
श्री योग वेदांत सेवा समिति ने जेल में किया रक्षाबंधन कार्यक्रम

बैतूल। भाई-बहन के पवित्र स्नेह के पर्व रक्षाबंधन पर किसी भी कैदी की कलाई सूनी ना रहे और उनकी आध्यात्मिक उन्नति भी हो। उनके जीवन में परिवर्तन के उद्देश्य को लेकर संत श्री आशारामजी बापू की प्रेरणा से श्री योग वेदांत सेवा समिति व महिला उत्थान मंडल बैतूल के तत्वावधान में जिला जेल में गुरुवार को रक्षाबंधन कार्यक्रम साधक राजीव रंजन झा, अध्यक्ष सच्चिदानंद सिंह, जेलर योगेंद्र पंवार, श्री योग वेदांत सेवा समिति बैतूल के संरक्षक राजेश मदान, महिला उत्थान मंडल की अध्यक्ष श्रीमती रूपा विश्वकर्मा व भारतीय जनता युवा मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष तपिशा पूजा अमझरे की उपस्थिति में आयोजित किया। समिति संरक्षक राजेश मदान ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व प्रार्थना करके की गई। इस मौके पर साधक श्री राजीव झा ने कहा कैदीयों के लिए भी रक्षाबंधन का पर्व विशेष अवसर होता है जब वें अत्यंत भावुक हो जाते है और ऐसे में सभी कैदी भाईयों को रक्षा सूत्र बंधवाने के साथ दिए गए वचन को दृढ़ता से निभाना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। जेलर योगेंद्र पंवार ने कहा कि रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है आज सभी कैदियों ने राखी बांधने पधारी बहनों को रक्षा के वचन के साथ व्यसन रूपी बुराई छोडऩे व दोबारा अपराध न करने का भी वचन दिया है और हमें आशा है कि वे इस संकल्प को अवश्य पूरा करेंगे। श्री मदान ने कहा कि जेल भी एक तपस्या स्थली है यहां रहने वाले कैदी ध्यान, भजन, सत्संग व योग, प्राणायाम द्वारा आध्यात्मिक उन्नति कर अपने जीवन में विशेष परिवर्तन ला सकते है। उन्होंने कहा कि जेल के कैदी भाईयों की भी कलाई सूनी न रहे इस हेतु समिति की साधिका बहनों द्वारा उन्हें रक्षासूत्र बांधकर जीवन में दोबारा जुर्म व नशा ना करने का संकल्प कराया गया और मिठाई के साथ संत श्री आशारामजी बापू का सत्साहित्य भी सप्रेम भेंट किया। इस आयोजित कार्यक्रम के बाद समिति कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची जहां साधिका बहनों ने कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस व पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी को भी राखी बांधकर मुंह मीठा करवाया और सत्साहित्य भेंट कर शुभकामनाएं दी। आयोजन को सफल बनाने में समिति संरक्षक राजेश मदान के साथ साधिका अमिता परमार, लालती देवी, सविता सिंह व यश्विनी विश्वकर्मा व युवा सेवा संघ के मोहन मदान सहित अन्य साधकों व समस्त जेल स्टॉफ का सहयोग सराहनीय रहा।