कड कडाती धूप में पेंशनर्स गांधी प्रतिमा के समक्ष बैठे मौन उपवास पर।

RAKESH SONI

कड कडाती धूप में पेंशनर्स गांधी प्रतिमा के समक्ष बैठे मौन उपवास पर।


सारनी। सरकार की उपेक्षा के कारण विद्युत कंपनी के प्रमुख घटक यूनाइटेड फोरम, अभियंता संघ , पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित गेट नंबर सात पर सरकार के सद्बुद्धि के लिए भजन-कीर्तन और सुंदर कांड का पाठ किया । दूसरी ओर सारनी के विद्युत विभाग के पेंशनर्स शासकीय कालेज बगडोना में महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर यूनाइटेड फोरम के घटक संगठन के सदस्यों ने गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर कड कडाती धूप में मौन उपवास पर बैठे। यूनाइटेड फोरम उत्पादन क्षेत्र सारनी के प्रचार सचिव अंबादास सूने ने बताया कि 6 अक्टूबर 23 से अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार हड़ताल होगी।विद्युत विभाग के प्रमुख संगठन मध्य प्रदेश विद्युत मण्डल अभियंता संघ, यूनाईटेड फोरम एवं पॉवर इंजीनियर्स एवं एम्पलाइज एसोसि‍एशन ने विद्युत क्षेत्र के निजीकरण रोकने एवं नियमित , संविदा, आउटसोर्स, पेंशनर्स के हितों की रक्षा के लिए संयुक्त रूप से आर पार की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया है , जिसकी सूचना 29 सितम्बर को मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित प्रशासन, और कंपनी प्रबंधन को दे दी गयी है। संयुक्त रूप से दिए गए पत्र मे बताया गया है ,कि दिनांक 02.10.2023 गांधी जयंती के दिन म.प्र. के सभी विद्युत कंपनियों में कार्यरत सभी अधिकारी/ कर्मचारी एवं पेशनर्स अपने अपने मुख्यालय पर शांतिपूर्ण तरीके से उपवास कर मौन धारण एवं भजन कीर्तन कर सरकार का ध्यानाकर्षण करेंगें, 5 अक्टूबर तक मांगों का निराकरण नहीं किया जाता है तो 06.10.2023 से अनिश्चितत कालीन कार्य बहिष्कार करेंगें। संयुक्त संगठनों की मांगे निम्नानुसार है। ज्वाइंट वेंचर एवं टी बी सी बी प्रक्रिया वापस लिया किया जाए।
पेंशन की सुनिश्चित व्यवस्था उत्तर प्रदेश सरकार की तरह पेंशन ट्रेजरी से दी जाए। 4% मंहगाई राहत के आदेश, चतुर्थ वेतनमान के आदेश प्रसारित किए जाए। सातवें वेतनमान की संरचना में विद्युत कंपनियों द्वारा परीलिक्षित ओ 3 स्टार मैट्रिक्स को विलोपित किया जाए।संविदा का नियमितीकरण एवं सुधार उपरांत वर्ष 2023 संविदा नीति लागू की जाए। आउट सोर्स कर्मियों की वेतन वृद्ध के साथ 20 लाख दुर्घटना बीमा एवं रु तीन हजार जोखिम भत्ता दिया जाए, कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर कर मूल वेतन 25300/- से अधिक किया जाए,वर्ष 2018 के बाद के कनिष्ट अभियंतओ की वेतन विसंगति दूर की जाए ।उच्च शिक्षा प्राप्त कनिष्ठ अभियंताओ को सहायक अभियंता एवं कर्मचारियों को कनिष्ठ अभियंता बनाने हेतु नीति बनाई जाए । ट्रांसमिशन कंपनी में आई टी आई कर्मचारियों को श्रेणी 4 की जगह श्रेणी 3 में रखा जाए। अन्य मांगे जैसे सभी वर्गों की की वेतन विसंगति दूर की जाए , अनुकंपा नियुक्त में मध्य प्रदेश शासन अनुसार नीतियों में सुधार , कैश लेस मेडिकल पॉलिसी,गृह जिले मे स्थानांतरण, संगठनात्मक संरचना का पुनः निरीक्षण किया जाए। इस अवसर पर क्षेत्र के वरिष्ठ श्रमिक नेता ए एन सिंह के मार्गदर्शन में सभी पेंशनर्स मौन उपवास पर बैठे श्याम रतन बडोदे, डी एस चौहान, जे डी कवडकर, रामानंद सिंह, महेश सोनी,डी डी देशमुख, गंगाधर धोटे,गणेश सराटकर, डी एल झरबडे ,अंबादास सूने सहित अनेक पेंशनर्स उपस्थित थे।

Advertisements
Advertisements
Share This Article
error: Content is protected !!