अब यह चिड़िया कहां रहेगी अभियान की शुरुआत

आमला। रेस्ट हाउस में वरिष्ठ पत्रकार गुणवंत सिंह चड्ढा गौरी बालापुरे व्यापारी संघ अध्यक्ष संजय साहू अनिल सोनी वकील राजेंद्र उपाध्याय समाजसेवी मनोज विश्वकर्मा महावीर हनुमान गौशाला के देवेंद्र सिंह राजपूत तरुण मानदाता राजीव मदान अकरम खान दिलीप चौकीकर रवि देशमुख ने चिड़ियों के लिए पानी के सकोरे पेड़ो पर टांगकर अब यह चिड़िया कहां रहेगी अभियान की शुरुआत की वर्तमान परिवेश में जब जंगल खत्म हो रहे हैं घरों की हरियाली समाप्त हो रही है घरों में लोग पेड़ पौधे लगाने की जगह नहीं छोड़ते हैं ऐसी स्थिति में चिड़िया अपना घर कहा बनाएगी गांव शहर कंक्रीट के जंगल बनते जा रहे हैं उपस्थित सभी सदस्यों ने कहा कि घरों के आंगन में कम से कम एक पौधा जरूर लगाएं पौधारोपण अभियान अधिक से अधिक प्रारंभ करें ताकि उन्हें चिड़ियों की चहचहाहट घरों के सामने दिखाई दे लोगो ने घरों में अपने लिए तो कमरो की संख्या बढ़ गई है लेकिन पक्षियों के लिए पौधे लगाने की जगह छोड़ी ही नहीं जा रही है ऐसी स्थिति में घरों में चिड़ियों की चहक कम हो गई है चिड़ियों को बुलाना बच्चों का चिड़ियों को दाना डालना यह सभी पारिवारिक संस्कार धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है ऐसी स्थिति में बैतूल से पधारी सीनियर जर्नलिस्ट्स गौरी बालापूरे के नेतृत्व में चिड़ियों के लिए दाना पानी अभियान की शुरुआत आमला रेस्ट हाउस हाउस से की गई विगत वर्ष भी ओ रि चिरैया आना तू अंगना में मेरे अभियान सफलतापूर्वक संचालित किया गया था इस वर्ष भी चिड़ियों के लिए दाना पानी हेतु सकोरे पेड़ो पर टांगकर व घर की छत पर रखे जाएंगे इस अवसर पर मासिक परिधि बेतूल समाचार पत्र भी सभी सदस्यों को भेंट किया गया