बैतूल में शान से मनाएंगे राष्ट्रध्वज तिरंगे का जन्म दिन राष्ट्र रक्षा मिशन होमगार्ड के साथ मनाएंगा तिरंगा उत्सव

RAKESH SONI

बैतूल में शान से मनाएंगे राष्ट्रध्वज तिरंगे का जन्म दिन

राष्ट्र रक्षा मिशन होमगार्ड के साथ मनाएंगा तिरंगा उत्सव

बैतूल। प्रतिवर्ष की तरह 22 जुलाई को बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति हमारे राष्ट्र ध्वज तिरंगे का जन्म दिन शान से मनाएंगी। इस बार राष्ट्र ध्वज के जन्मदिन के अवसर पर होमगार्ड के जवान प्रमुख रुप से मौजूद रहेंगे। गरिमामय कार्यक्रम में कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस, एसपी सिमाला प्रसाद, जिला पंचायत सीईओ अभिलाष मिश्र एवं होमगार्ड कमांडेंट शकील आजमी की मौजूदगी में केक काटा जाएगा। कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों को इस स्वर्णिम दिवस पर स्मृति चिन्ह एवं तिरंगा बैज भेंट किया जाएगा। अपने राष्ट्र ध्वज के अंगीकार दिवस को पिछले दस वर्षों जिले में मनाया जा रहा है। प्रतिवर्ष बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति 22 जुलाई से अपने राष्ट्र रक्षा मिशन के नए पड़ाव की शुरुआत भी करती है। 22 जुलाई को अपरान्ह 4 बजे जिला पंचायत के सभागृह में केक काटकर और एक दूसरे को तिरंगे का बैज लगाकर राष्ट्र ध्वज अंगीकार दिवस मनाया जाएगा।

समिति अध्यक्ष गौरी पदम, उपाध्यक्ष नीलम वाग्रदे, सचिव भारत पदम, कोषाध्यक्ष जमुना पंडाग्रे, सह सचिव ईश्वर सोनी, वरिष्ठ सदस्य प्रदीप निर्मले, प्रज्ञा झगेकर, माधुरी पुजारे, शिवानी मालवीय, पूनम मानकर, ललिता मानकर, कल्पना तरुडक़र, मेहर प्रभा परमार, आकृति परमार, नीलेश उपासे, रेखा अतुलकर, अरुण सूर्यवंशी, संगीता अवस्थी, वंश कुमार पदम, प्रीति सोनी, रेणुका रत्नपारखी ने जिले वासियों से भी तिरंगे का अंगीकार दिवस मनाने का अनुरोध किया है।

अपने तिरंगे को जाने

हमारे देश के आजाद होने के बाद संविधान सभा में 22 जुलाई 1947 को वर्तमान तिरंगे झण्डे को राष्ट्रीय ध्वज घोषित किया गया था। भारत का राष्ट्रीय ध्वज तीन रंगों से बना है इसलिए इसे तिरंगा कहा जाता है। तिरंगे में सबसे ऊपर केसरिया, बीच में सफेद और सबसे नीचे हरा रंग बराबर अनुपात में है। ध्वज को साधारण भाषा में झंडा भी कहा जाता है। झंडे की चौड़ाई और लम्बाई का अनुपात 2: 3 है। सफ़ेद पट्टी के केंद्र में गहरा नीले रंग का चक्र है, जिसका प्रारूप सारनाथ में स्थापित सिंह के शीर्षफलक के चक्र में दिखने वाले चक्र की भांति है। चक्र की परिधि लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर है। चक्र में 24 तीलियां है। बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति ने 22 जुलाई को राष्ट्र ध्वज का जन्मदिन हषोल्लास के साथ मनाने का आग्रह जिले वासियों से भी किया है। स्कूलों में भी विद्यार्थियों को इस दिन की जानकारी शिक्षकों द्वारा दी जा सकती है। गौरतलब है कि पूरा देश यह वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव के रुप में मना रहा है। घर-घर तिरंगा अभियान के तहत हर घर में आजादी की वर्षगांठ के अवसर पर तिरंगा लहराने की अपील की जा रही है। ऐसे में तिरंगे का जन्मदिन मनाना भी देश के हर नागरिक के लिए गर्वभरा लम्हा होगा। 

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