नपा कर्मचारी ने नौकरी लगाने के नाम पर की 60 हजार की धोखाधड़ी पीड़ित ने नपा सीएमओ एवं पुलिस से की शिकायत

RAKESH SONI

नपा कर्मचारी ने नौकरी लगाने के नाम पर की 60 हजार की धोखाधड़ी

पीड़ित ने नपा सीएमओ एवं पुलिस से की शिकायत

 

बैतूल। बैतूल जिला में शुरु से ही सारणी नगर पालिका किसी ना किसी बातों को लेकर चर्चा का विषय पूरे प्रदेश में रही है। कभी भ्रष्टाचार को लेकर तो कभी नपा प्रशासन की मनमानी को लेकर शुरु से ही चर्चा का माहौल बना रहा है। इस बार जो बात सामने आई है वो जरा हट कर है‌। क्योंकि इस बार मामला ऐसा है कि किसी ने सोचा भी नहीं होगा। सालों पहले किसी मुख्य नगर पालिका अधिकारी के कार्यकाल में नौकरी लगाने के नाम पर हजारों की उगाही हुई हो। लेकिन कुछ समय बीत जाने बाद जिन लोगों ने उस समय मौजूद रहे अधिकारियों के नाम पर पैसे लेकर मजे मारे अब ऐसे भष्ट्र लापरवाह कर्मचारी खुद ही अपने जाल में फंस दिखाई दे रहे हैं। क्योंकि अब जिन-जिन लोगों से नौकरी लगाने के नाम मोटी रकम ली गयी। वो सब अब खुल कर अपना विरोध और शिकायत कर रहे हैं। और समय रहते ऐसे लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो निश्चित है नपा और स्थानीय पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान बनकर उभरेगा‌। एक बार की छूट ऐसे मनमाने भष्ट्र कर्मचारियों के हौसलों को बुलंद करने जैसी बात होगी। वही ऐसा ही मामला सारणी नगर पालिका का है जहां पर नपा कर्मचारी द्वारा नौकरी लगाने के नाम पर तीन वर्ष पूर्व साठ हजार पहले लिए गए। लेकिन जब 3 वर्ष बीत गए और संबंधित नपा कर्मचारी पैसे देने से मना करने लगा तो बात नगर पालिका सीएमओ और पुलिस चौकी पाथाखेड़ा के साथ साथ सारणी थाना प्रभारी,जिला पुलिस अधीक्षक बैतूल,अजाक थाना बैतूल तक पहुंच गई। जबकि शिकायतकर्ता लालजी भारती ने बताया कि मैं प्रेमनगर वार्ड नंबर 14 में निवास करता हूं। मेरी पान की दुकान पुराना बाजार पाथाखेड़ा में मौजूद है जहां पर नगरपालिका कर्मचारी सर्वेश श्रीवास्तव का आना जाना था। उस समय नपा कर्मचारी सर्वेश श्रीवास्तव नगर पालिका सारनी में कार्यरत था। और सर्वेश मेरे पास आकर बोला की नगर पालिका सारनी में भर्ती हो रही हैं। तुम अपने भाई को लगवा दो तो मैनें पूछा की जो भर्ती हो रही हैं, वो नियमित है तो सर्वेश श्रीवास्तव ने बोला की निर्यमित भर्ती ही हो रही हैं। तुमको नगद 60000 हजार रू लगेगें। तब मैनें उधार लेकर नगद 60000 हजार रू अजयनाथ यादव के सामने मैनें नपा कर्मचारी सर्वेश श्रीवास्तव को दिया। परंतू आज दिनॉक तक न तो मेरे भाई को नगर पालिका में लगवाया और न ही 60000 हजार रू मुझे वापस किया। पहले बोल रहा था कि मै वापस कर दुँगा। अब मांगने पर कहता हैं कि मैने पूर्व मुख्य नगर पालिका अधिकारी अशोक शुक्ला साहब को दे दिया था पर उनका ट्रांसफर हो गया है मै कुछ भी नहों कह सकता हुं और ना ही तुम्हारा पैसा दूँगा। तुमको जहाँ रिपोट करनी है कर दो मेरा कुछ भी नहीं हो सकता। आखिर इस तरह भ्रष्टाचार सीना तानकर करना और जिसके पैसे खाए हैं उसे धमकाना यह तो बड़ी दबंगता और इशारा कर करता है। ऐसे दबंग लोग पर नपा प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन को सक्त कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि भविष्य में कोई ऐसी बड़ी अनियमितता या धोखाधड़ी ना कर पाये।

Advertisements
Advertisements
Share This Article
error: Content is protected !!