म.प्र.विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र।
सारणी। म.प्र. विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति म.प्र.की विद्युत कंपनियों के संगठनों का संयुक्त मंच है,जिसमे पॉवर इंजिनियर्स एवं एम्प्लाईज एसोसिएशन,म.प्र.तकनीकी कर्मचारी संघ,विद्युत अधिकारी कर्मचारी कल्याण संघ, म.प्र.बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन,म.प्र.बाह्य स्त्रोत विद्युत कर्मचारी संगठन, विंध्य आउटसोर्स कर्मचारी संगठन,विद्युत आउटसोर्स परिषद भोपाल समेत कुल सात संगठन सम्मिलित हैं। संयुक्त संघर्ष समिति ने नियमित,संविदा,आउटसोर्स कर्मचारियों की 13 सूत्रीय मांगों को लेकर माननीय मुख्यमंत्री म.प्र.शासन को पत्र प्रेषित किया है। संयुक्त संघर्ष समिति ने प्रथम तथा द्वितीय चरण में ध्यानाकर्षण,ज्ञापन तथा आमसभा एवं रैली के माध्यम से अपनी बात माननीय मुख्यमंत्री तक पंहुचाने का निश्चय किया है। प्रथम चरण में 12 जुलाई से 27 जुलाई तक जनजागरण कार्यक्रम किया जायेगा। 28 जुलाई को माननीय मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। 29 जुलाई से 2 अगस्त तक जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 5 जुलाई को इंदौर में विशाल आमसभा तथा रैली निकाली जाएगी। 6 अगस्त को जबलपुर में विशाल आमसभा तथा रैली की जाएगी। 12 अगस्त को भोपाल में विशाल आमसभा तथा रैली निकाली जाएगी। द्वितीय चरण के ध्यानाकर्षण आंदोलन के पश्चात भी यदि मांगो का निराकरण नही किया जाता तो म.प्र.विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया जाएगा। म.प्र.विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति ने प्रदेश के सभी नियमित अधिकारियों कर्मचारियों,संविदा अधिकारियों कर्मचारियों तथा आउटसोर्स अधिकारियों कर्मचारियों से अपील की है,की जनजागरण कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होवें। ताकि आगामी चरण सफलता पूर्वक संपन्न करते हुए विद्युत कंपनियों के समस्त नियमित अधिकारियों कर्मचारियों,संविदा अधिकारियों कर्मचारियों एवं आउटसोर्स कर्मचारियों की मांगों/समस्याओं का उचित सामधान हो सके।