लंपी रोग से ग्रसित गौ माता की हुई मौत परासिया
संवाददाता दुर्गेश डेहरिया
छिंदवाड़ा। जिला छिंदवाड़ा में इस समय लंपी रोग अपने पांव पसार चुका है जिले भर से निरंतर गौ माताओं की मौतें हो रही हैं पशु चिकित्सालय विभाग एक और केवल कागजों में खानापूर्ति कर रहा है। धरातल स्तर में काम शून्य के बराबर है। शासन प्रशासन से गौ माताओं को लंपी रोग से बचाने के लिए लाखो की संख्या में वैक्सीन उपलब्ध कराई गई है। पशु चिकित्सालय विभाग समूचे जिले में वैक्सीन के कार्य को उतनी सजगता ईमानदारी से नहीं कर पा रहा है। जिले भर में लंपी रोग फैला हुआ है। आए समय मैं यहां वहां के गावों से लगातार गौ माताओं की मौत की खबरें प्राप्त हो रही है। जिले के सक्रिय समाजसेवी गौ सेवक रिंकू रितेश चौरसिया ने बताया कि वह 2 माह पूर्व लंपी रोग से गौ माताओं को बचाने के लिए उनके द्वारा जुन्नारदेव विधानसभा के झरना ग्राम में 180 गौ माता और परासिया खिरसाडोह ग्राम में 400 गौ माता टोटल 580 गौ माताओं का वैक्सीनेशन का कार्य को करवाया। वह इस पुनीत कार्य को जिले भर से तन, मन ,धन से नि:स्वार्थ भावना से समर्पित होकर कर रहे थे। पशु चिकित्सालय विभाग आगे कार्य करने में उतनी सजगता व पारदर्शिता नहीं दिखा पा रहा था,,तो उन्होंने 181 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर पशु चिकित्सालय विभाग के नाम से कंप्लेंट भी दर्ज किया। स्थानीय गंदी राजनीति के चलते वे विमुख होकर घर बैठ गए। निरंतर जिले भर से गौ माताओं की मरने की खबर आ रही है। आज परासिया भीमसेन घाटी में 1 लंपी रोग से ग्रसित गौ माता की मृत्यु हो गई है।स्थानीय नागरिकों ने उपचार हेतु अत्यधिक प्रयास किया। किंतु पशु चिकित्सालय विभाग से कोई दवा इंजेक्शन मुहिया नहीं हो पाया। कल समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया को खबर प्राप्त होने के उपरांत उन्होंने प्रयास किया तो शासकीय स्तर से कल डॉक्टरों ने जाकर के इंजेक्शन लगाया। 4 दिन से गौ माता इस रोग से तड़प करके आज अपनी जान दे दी है। समाजसेवी ने आज अपने कड़क शब्दों में स्पष्ट कहा कि आगे यदि लंपी रोग से ग्रसित कोई भी गौ माता की मृत्यु हुई तो वह पशु चिकित्सालय विभाग के नाम से कोर्ट केस करेंगे।