मनसंगी बाल कला मंच ने प्रकाशित किया बाल पत्रिका का पांचवां अंक। 

RAKESH SONI

मनसंगी बाल कला मंच ने प्रकाशित किया बाल पत्रिका का पांचवां अंक। 

सारणी। बाल दिवस के उपलक्ष्य पर बालमन की चेष्टाओं को संजोए हुए तथा कौतूहल परक गीतों और लघु कहानियों का साझा संकलन,बाल दिवस विशेषांक मासिक पत्रिका का पांचवा अंक, “मनसंगी साहित्य संगम” सारणी बैतूल मध्यप्रदेश द्वारा प्रकाशित की गई।मनसंगी साहित्य संगम के संस्थापक श्री अमन राठौर “मन” ने पत्रिका के विषय में बताते हुए कहा कि इस पत्रिका में बच्चों द्वारा प्रेषित रचनाओं का संकलन है,लेखन से बच्चों में भावाभिव्यक्ति का गुण विकसित होगा और वो अपने विचारों को उत्कृष्ट तरीके से व्यक्त कर पाएंगे।पत्रिका के मुख्य संपादक श्री रविशंकर निषाद ने बताया कि एक वर्ष तक प्रतिमाह पत्रिका प्रकाशित होगी जो निरंतर नवीनता और अनूठेपन से प्रदीप्त होती रहेगी।पत्रिका के संपादक और संकलनकर्ता के रूप में रायबरेली,उत्तर प्रदेश की लेखिका एवं शिक्षिकाओं श्रीमती सुनीता यादव तथा श्रीमती तलत एजाज का विशेष योगदान रहा है।सुनीता यादव ने इस विशेषांक को “बच्चों के लिए अनूठा खजाना” कहा वहीं तलत एजाज ने कहा कि पत्रिका के माध्यम से बच्चों में लेखन के प्रति उत्सुकता को बढ़ाने का यह अभिनव प्रयास है।

पत्रिका के प्रकाशन में लेखक गौरव शर्मा ने सलाहकार और सहयोगी के रूप में यथोचित दिशा निर्देश दिए।उन्होंने बताया कि पत्रिका बालकों को सृजन पथ पर अग्रसर करेगी।संस्थापक अमन राठौर “मन” जी ने सभी बाल लेखकों अनंत,पूर्णिमा,आदि,राधिका,शमीम,मुमताज अली सहित सहयोगी मंडल एवं मनसंगी साहित्य संगम परिवार को पत्रिका के सफल प्रकाशन हेतु साधुवाद प्रेषित किया ।

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