प्रधानमंत्री के नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम का एलईडी पर किया सीधा प्रसारण, स्व सहायता समूहों को कार्यशाला में दिया प्रशिक्षण
नगर पालिका द्वारा पाथाखेड़ा के ऑफिसर्स क्लब में आयोजित की गई कार्यशाला, स्व सहायता समूहों को दी जानकारी।
सारनी। नगर पालिका परिषद सारनी द्वारा बुधवार 6 मार्च 2024 को नारी शक्ति वंदन अभियान के अंतर्गत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्व सहायता समूहों की बहनों से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए चर्चा की गई। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण पाथाखेड़ा के डब्ल्यूसीएल ऑफिसर्स क्लब में वेब कास्टिंग के जरिए एलईडी स्क्रीन पर किया गया। इस कार्यक्रम में कार्यशाला के माध्यम से निकाय क्षेत्र के स्व सहायता समूहों को प्रशिक्षित भी किया गया।
पश्चिम बंगाल में आयोजित नारी वंदन अभियान कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह 11.30 बजे वीसी के माध्यम से महिलाओं से संवाद किया एवं कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ ऑफिसर्स क्लब पाथाखेड़ा में सुबह 10 बजे नगर पालिका अध्यक्ष किशोर बरदे, उपाध्यक्ष जगदीश पवार, विधायक प्रतिनिधि रंजीत सिंह, पार्षद भीम बहादुर थापा, गणेश महस्की, योगेश बर्डे, प्रवीण सोनी, बेबी बिंझाडे, छाया अतुलकर,
मुख्य नगर पालिका अधिकारी सी.के. मेश्राम, महिला बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी संगीता धुर्वे, रश्मि अकोदिया, भाजपा के मंडल अध्यक्ष नागेंद्र निगम, सुधा चंद्रा, मनीष घोटे, जीपी सिंह, हेमंत साहू, सरोज विश्वकर्मा, राहुल कापसे समेत अन्य लोगों ने किया। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष किशोर बरदे ने स्व सहयाता समूहों की महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश भर में महिलाओं की स्थिति में सुधार करने के उद्देश्य से स्व सहायता समूहों के गठन किए जा रहे हैं। महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। कार्यक्रम के दौरान स्व सहायता समूहों की महिलाओं को प्रशिक्षण के माध्यम से जानकारी दी गई। कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल से नारी वंदन अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन का एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में उपयंत्री रविंद्र वराठे, कमलेश पटेल, सेनेटरी इंस्पेक्टर केके भावसार, केएल सोनारे, दिलीप भालेराव, राजेश वागद्रे, सिटी मिशन मैनेजर मनोज परते, निधि मेरावी समेत स्व सहायता समूहों की सैकड़ों महिलाएं अन्य लोग उपस्थित थे। स्व सहायता समूहों की बहनों का प्रशिक्षण सह कार्यशाला के दौरान महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया।