660 मेगावाट इकाई का काम तेज गति से करने के साथ, मध्य प्रदेश के मूल निवासी को भर्ती में प्राथमिकता देने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र।

RAKESH SONI

660 मेगावाट इकाई का काम तेज गति से करने के साथ, मध्य प्रदेश के मूल निवासी को भर्ती में प्राथमिकता देने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र।

 सारनी। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के भविष्य की चिंता के लिए लगातार मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रयास कर रहे हैं। सारनी के पहले दौरे में ही 660 मेगावाट की सुपर क्रिटिकल यूनिट लगाने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की थी। इस घोषणा को धरातल पर लाने के लिए विद्युत मंडल कर्मचारी यूनियन 2017 से लगातार पत्राचार कर 2×660 मेगावाट इकाई की स्थापना करने की माँग करता रहा ।

चाहे कांग्रेस की 15 माह की सरकार के मंत्रियों के साथ बैतूल जिले के प्रभारी मंत्री को भी पहले दौरे में जय स्तंभ चौक पर ज्ञापन दिया गया। 2017 में नगर पालिका परिषद सारनी के चुनाव के दौरान भी फुटबाल मैदान पाथाखेडा और दूसरी बार विधान सभा चुनाव 2018 में भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को 2× 660 मेगावाट इकाई की स्थापना के लिए ज्ञापन दिया था। विद्युत मंडल कर्मचारी यूनियन के क्षेत्रीय महामंत्री अंबादास सूने ने बताया कि सतपुड़ा ताप विद्युत गृह में वर्तमान में 500 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। 2×250 मेगावाट की इकाई निर्धारित मापदंड के अनुसार अच्छा उत्पादन कर कीर्तिमान स्थापित कर रही है। यूनियन ने मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के उज्जवल भविष्य के लिए सारनी में 2×660 मेगावाट और अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई में 1×660 मेगावाट इकाई स्थापित करने के लिए 2017 से पत्राचार करती रही ,जिस के कारण 4 जनवरी 2022 को अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई को कैबिनेट से मंजूरी मिली। राज्य शासन ने चचाई के लिए ₹4665-65 करोड स्वीकृत किए। दूसरी ओर सतपुड़ा ताप विद्युत गृह के लिए ₹55 करोड एनटीपीसी नोयडा कंसल्टेंसी विंग को स्थानांतरित किए। सारनी और चचाई में मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के पास पहले से ही मूलभूत इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध होने से नई तकनीकी की इकाईयों की स्थापना में सुविधा होगी। वेस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड की दो नई खदाने गांधी ग्राम और तवा-3 से कोयले की आपूर्ति होगी। विद्युत मंडल कर्मचारी यूनियन के क्षेत्रीय महामंत्री अंबादास सूने ने बताया कि दोनों खदानों के लिए सांसद दुर्गादास उइके और आमला सारनी के विधायक डॉ. योगेश पंडागरे के प्रयास से खदानों के लिए भू-अधिग्रहण की कार्रवाई की गई है।यूनियन ने मुख्यमंत्री से पत्र के माध्यम से मांग की है कि दोनों इकाईयों का संचालन एवं संधारण का अधिकार मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के पास रहे, कंपनी सेवानिवृत्त अधिकारी, कर्मचारीयो के अनुभव का लाभ ले सकती है। शासन,कंपनी नई भर्ती में मध्य प्रदेश के मूल निवासी को प्राथमिकता देने की भी मांग की है। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष किशोर बरदे, प्रवीण सोनी,लखन साहू ,रंजीत सिंह सहित अनेक यूनियन के सदस्य उपस्थित थे।

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