विधायक पंडाग्रे के प्रयास रंग लाए, सारनी में यूनिट के लिए हलचल तेज
वर्ल्ड बैंक की टीम ने एमडी के साथ किया दौरा, पंडाग्रे की भी चर्चा हुई।
बैतुल/सारणी। सारनी में नई विद्युत इकाईयों की स्थापना के लिए लगातार मुख्यमंत्री से मुलाकातें कर रहे विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे के प्रयास रंग लाते दिखाई पड़ रहे हैं। आज सारनी में वर्ल्ड बैंक की टीम ने मप्रपाजकंलि के एमडी मंजीत सिंह के साथ संयुक्त विजिट कर सोलर, हायड्रल और थर्मल पॉवर प्लांट की नई यूनिटों की स्थापना हेतु उपलब्ध संसाधनों का निरीक्षण किया। एमडी मंजीत सिंह के आग्रह पर विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे भी सारनी पहुुंचे और एमडी मंजीत सिंह, डायरेक्टर कमर्शियल एवं चीफ इंजिनियर आरके गुप्ता सहित अन्य उच्चाधिकारियों के साथ सारनी में प्रस्तावित परियोजनाओं के संबंध में विस्तृत चर्चा की। गौरतलब है कि वर्ल्ड बैंक की टीम ने आज सारनी में कोल हेंडलिंग प्लांट, धसेड़ के राख बांध, सतपुड़ा जलाशय सहित अन्य संसाधनों का निरीक्षण किया। इस टीम ने अधिकारियों के साथ बैठक कर सारनी में उपलब्ध भूमि, कोयला, पानी, परिवहन सहित अन्य सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी भी प्राप्त की। इस दौरान अपर रेस्टहाउस में हुई चर्चा के दौरान विधायक एवं उक्त उच्चाधिकारियों के अलावा पॉवरहाउस के एडीशनल सीई गुरूनाथ, एसई सर्विसेज एसएन सिंह सहित विधायक प्रतिनिधि रंजीत सिंह, भाजपा मंडल प्रभारी विशाल बत्रा, मंडल अध्यक्ष नागेंद्र निगम, वरिष्ठ नेता पीजे शर्मा, नपा उपाध्यक्ष भीम बहादुर थापा, किशोर बर्दे, योगेश बर्डे प्रवीण सोनी ,दिनेश यादव सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।
सबसे पहले सोलर प्लांट की मिलेगी सौगात
चरणबद्ध क्रम में आएगी हायड्रल-थर्मल यूनिट
सारनी में बुधवार को वर्ल्ड बैंक की टीम के साथ एमडी एवं अन्य उच्चाकारियों की सारनी विजिट का जो सार निकलकर सामने आया है उस आधार पर यह तय हो गया है कि सारनी में सबसे पहले सोलर पॉवर प्लांट की यूनिटें लगेंगी। इसके लिए सतपुडा़ जलाशय के उपर फ्लोटिंग पैनल और धसेड़ राख बांध के उपर सोलर पैनल स्थापित करने की योजना प्रस्तावित की गई है। इसके बाद के चरण में सतपड़ा जलाशय के नीचे की ओर 45-50 मेगावाट के हॉयड्रल प्लांट की स्थापना के बारे में भी विचार चल रहा है। इसके अलावा थर्मल पॉवर प्लाटं की यूनिट भी चरणबद्ध क्रम में लगाई जाएगी। उक्त सभी परियोजनाएं चरणबद्ध ढंग से स्थापित की जाएगी।
कीड़ा दिलाएगा चायनीज झालर से मुक्ति
पंडाग्रे की सीएम के प्रमुख सचिव से हुई थी चर्चा
सतपुड़ा जलाशय को पूरी तरह से गिरफ्त में ले चुकी चायनीज झालर से मुक्ति का उपाय मप्रपाजकंलि को मिल गया है। पिछले दिनों कंपनी के सांइटिस्ट की सारनी विजिट हुई है जिसमें इस चायनील झालर को खाने वाला कीड़ा सतपुड़ जलाशय में डाला जाना प्रस्तावित किया गया है। सारनी में अपर रेस्ट हाउस में एमडी और मुख्य अभियंता ने विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे को इस विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी प्रबंधन इस चायनीज झालर बीड किलर इंसेक्ट का सफल प्रयोग कर चुका है जिसमें संबंधित स्थान पर चायनीज झालर पूरी तरह से समाप्त हो गई है। प्राप्त जानकारी अनुसार यह विशेष किस्म का कीड़ा केवल चायनीज झालर ही खाता है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के पूर्व गत माह विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे की चायनीज झालर के विषय पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी से लंबी चर्चा हुई थी। डॉ योगेश पंडाग्रे ने चायनीज झालर से हो रहे नुकसान की उन्हें विस्तृत जानकारी देकर त्वरित निराकरण का आग्रह किया था। श्री रस्तोगी ने विधायक द्वारा बताए गए विषय को गंभीरता से लेते हुए तुरंत ही उनके पत्र को स्कैन कर जल संसाधन एवं उर्जा विभाग के प्रमुख सचिव को वाट्सएप कर तुरंत चर्चा भी की थी और इस समस्या के हल हेतु शीघ्र योजना बनाने के निर्देश दिए थे।