श्रम का हो सम्मान, श्रमिकों को पहचान-पेसा एक्ट
बैतूल। गांव के जनजातीय भाई उपेक्षा एवं शोषण के शिकार होते थे। अब गांव में प्रवासी मजदूर रजिस्टर होगा। बाहर जाने वाले मजदूरों का पूरा विवरण होगा और ठेकेदार की जवाबदारी होगी श्रमिकों को समय से पूरी-पूरी मजदूरी मिले उक्त बातें श्री विक्रांत कुमरे ने पेसा के सेक्टर स्तरीय प्रशिक्षण के दौरान गवासेन में कहीं। जिले के सभी 06 अनुसूचित जनजाति विकासखंड में पेसा का सेक्टर स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। जिसमें घोड़ाडोंगरी ब्लॉक के पाढर में राज्य से टास्क मैनेजर सुश्री सुनीता गुप्ता व राज्य से ही पेसा समन्वयक श्रीमती निधि गुप्ता, राजभवन भोपाल से जनजाति प्रकोष्ठ में राज्यपाल के विधि सलाहकार श्री विक्रांत कुमरे एवं पेसा के जिला समन्वयक श्री सुखदेव उईके द्वारा चिचोली के गवासेन में पेसा एक्ट में ग्राम सभा के अधिकारों पर जानकारी दी। जिला पंचायत से मास्टर ट्रेनर श्रीमती ललिता करने, जनपद सदस्य सुश्री सपना इवने द्वारा भी पेसा प्रशिक्षण में मार्गदर्शन दिया गया।
जिला समन्वकयक श्रीमती प्रिया चौधरी ने बताया कि पेसा एक्ट लागू करने में हमारा प्रदेश मॉडल स्टेट बने। इसके अलावा पेसा कानून को वास्तविक और प्रभावी बनाकर धरातल पर साकार करने का हमारा प्रयास हैं। प्रशिक्षण में जन अभियान परिषद से समस्त नवांकुर, मेंटर्स व पंचायत के सचिव, रोजगार सहायक, पेसा मोबिलाइजर, प्रस्फुटन समिति सदस्य, सीएमसीएलडीपी छात्रों सहित पंचायत के समाजसेवी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। बैतूल जिले के सभी 6 अनुसूचित जनजाति ब्लॉक में पांच दिवसीय प्रशिक्षण का समापन प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण करा किया गया।