एक महिला की तुलना सभी महिलाओं से उचित नहीं; संदीप यदुवंशी

RAKESH SONI

एक महिला की तुलना सभी महिलाओं से उचित नहीं; संदीप यदुवंशी

आमला। ग्राम रक्षा समिति के संयोजक बारछी एवं अखिल भारतीय विधार्थी परिषद आमला के पुर्व विकासखंड सह संयोजक आमला संदीप अक्षय यदुवंशी मदनी ने सभी पुरुष भाईयों से निवेदन करता है कि एक महिला की तुलना सभी महिलाओं से करना कहाँ का न्याय है यह उचित नहीं बता दें कि अभी हाल में उत्तर प्रदेश की ज्योति मौर्या बनी एस डी एम अपने पति सफाई कर्मी आलोक मौर्या को छोड़ने की घटना को लेकर पुरे देश में चर्चा का विषय है और अन्य महिलाओं को पति व्दारा इलाहाबाद ,छिन्दवाड़ा ,बैतूल, इंदौर, हैदराबाद आदि स्थानों से तैयारी कर रही पतियों को वापस बुलाने का सोशल मीडिया में बहुत तेजी से जिक्र हो रहा है इसी बात को लेकर संदीप यदुवंशी ने कहा है कि यदि इसी प्रकार संदेश जाएगा तो समाज में गलत प्रभाव पड़ेगा और उन हमारी बहनों को जो पतियों के व्दारा पढ़ाया या तैयारी कराई जा रही है उन पर गलत संदेश जा रहा है क्योंकि शारीरिक अवस्था के कारण समाज और कानून के अनुसार लगभग 18 से 21 वर्ष की उम्र में लड़कीयों का विवाह कर दिया जाता है जबकि नौकरी की तैयारी के लिए आज लगभग 22 से 35 साल तक लग जाता है जो पतियों पर ही भार होता है यदि इस प्रकार का संदेश समाज में जाएगा तो समस्त विवाहित बहनों को पढ़ाने के प्रति अरुचि हो जाएगी जबकि महिलाओं को शिक्षित होना एवं उनका समाज में योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण है सबकी परवरिश एवं सोच अलग – अलग होती है एक की गलती सबको सजा यहाँ अन्याय हैं!

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