सतपुड़ा ताप विद्युत गृह में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरु
सारनी। यूनाइटेड फोरम उत्पादन क्षेत्र सारनी के प्रचार सचिव अंबादास सूने ने बताया कि यूनाइटेड फोरम अभियंता संघ एवं पावर इंजीनियर एमप्लॉय एसोसिशन के संयुक्त तत्वथान में सतपुडा ताप विद्युत गृह में 6 अक्टूबर 23 से सतपुड़ा ताप विद्युत गृह में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है।उल्लेखनीय है कि फोरम के प्रांतीय अध्यक्ष व्ही के एस परिहार, अभियंता संघ के महासचिव विकास कुमार शुक्ला और पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन के महासचिव अजय मिश्रा के हस्ताक्षर से एक ज्ञापन 29 सितम्बर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ साथ ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, मुख्य सचिव,ऊर्जा सचिव और सभी कंपनी के प्रबंध संचालक को देकर 5 अक्टूबर 23 तक समय दिया गया,लेकिन दो दिनों की वार्ता समाप्त होने के बाद भी सरकार और पावर मेनेजमेंट कंपनी ने कोई समस्या का समाधान नहीं निकाला ।मध्यप्रदेश के बिजली विभाग में सरकार के विरोध में भारी असंतोष व्याप्त है। सतपुड़ा ताप विद्युत गृह में आज सुबह सात बजे से गेट नंबर सात पर अधिकारी,कर्मचारी उपस्थित हुए। सबेरे की पाली से कर्मचारी अधिकारी बाहर निकल नहीं पाये। एक तरफ सरकार सभी वर्गों को रेवडी बांट रही है,दूसरी ओर मध्यप्रदेश विद्युत मण्डल के अधिकारियों/कर्मचारियों की उचित मांगों पर चर्चा करने का समय मुख्यमंत्री के पास भी नहीं है। संयुक्त रूप संगठनों की मांग है—पेंशनर्स को पेंशन का भुगतान उत्तर प्रदेश सरकार की तरह ट्रेजरी से दी जाये।मध्यप्रदेश शासन में लागू चतुर्थ वेतनमान के आदेश को आवश्यक परिवर्तन कर विद्युत कंपनियों द्वारा तुरंत लागू किया जाये।मध्यप्रदेश विद्युत मण्डल के पेंशनर्स के 4 प्रतिशत मंहगाई राहत के आदेश शीघ्र जारी किए जाये, जबकि मध्यप्रदेश शासन ने 31 अगस्त को आदेश जारी कर दिए हैं । सातवे वेतनमान से 0 3 * मैट्रिक्स विलोपित किया जाए। इसके साथ ही अनेक मांग हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी सतपुडा ताप विद्युत गृह में आंदोलन कर एक दिन के मोबाइल बंद कर सरकार को झुकाया था और यूवा कर्मचारी, अधिकारियों ने 36 घण्टें प्लांट में रहे, शासन झुका और नवम्बर 2021 में डी ए के आदेश जारी हुए। इस अवसर पर यूनाइटेड फोरम के साथ ही मध्य प्रदेश विद्युत मंडल अभियंता संघ के क्षेत्रीय सचिव सुनील सेलकरी, हिरेश तिवारी, अंबादास सूने ने बताया कि 6 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार आंदोलन है। सभा को संबोधित करते हुए सोमलाल पाल ने सरकार से विद्युत कंपनियों के निजीकरण बंद करने की माँग करते हुए पेंशनर्स के 4% मंहगाई राहत के आदेश शीघ्र जारी करने की माँग की। इस मौके पर हिरेश तिवारी, संजय जोशी,अनिल मर्सकोले, सुनील सेलकरी,राहुल खेर, ज्ञानेश्वर पाटील,डी डी देशमुख,दीपेन्द्र परमार,संजय माथनकर,अजय करवरिया,गिरीश परते,सुनील शिल्पी,जितेंद्र खाकरे,अंबादास सूने,अमित सल्लाम,सोहनलाल कहार,सतीश कुमार,नंदकिशोर उइके ,प्रफुल्ल पानकर,गीता वर्मा,अरणा डहेरिया,संगीता मालवीय,प्रभा राठौर सहित अनेक अधिकारी कर्मचारी उपस्थित होकर कार्य बहिष्कार आंदोलन को सफल बना रहे हैं। सभा को सी एस वर्मा,विवेक कोसे ,किशोर चौहान,जगदीश साहू ने संबोधित करते हुए शासन और कंपनी प्रबंधन से अधिकारी ,कर्मचारियों की प्रमुख मांगो का समाधान करने की मांग की है। प्लांट से मिल रही जानकारी के अनुसार कल शाम 4 बजे से ड्यूटी पर गये आर समूह के सहायक अभियंता और संयंत्र सहायक समाचार लिखे जाने तक प्लांट में ही है। कुछ लोग को चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।