आपदा में आपबीती साझा संकलन मुख्यमंत्री को किया भेंट
ऑटो एम्बुलेंस योजना और राष्ट्र मिशन को मिली कॉन्वेल्व में सराहना
बैतूल। प्रदेश की राजधानी भोपाल में सतत विकास में भागीदारी एवं अनुभवों को साझा करने स्वयं सेवी संस्थाओं का सम्मेलन 8-9 अप्रैल, 2022 को आयोजित किया गया। अटाल बिहारी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान (एग्पा)द्वारा मिंटो हॉल में आयोजित इस सम्मेलन में जिले की तीन श्रेष्ठ संस्थाओं को भी आमंत्रित किया गया। कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस एवं जन अभियान परिषद की समन्वयक प्रिया चौधरी द्वारा इस सम्मेलन के लिए तीन श्रेष्ठ संस्थाओं में बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति को भी चयनित किया गया। प्रदेश के 52 जिलों की तीन श्रेष्ठ संस्थाओं के चयनित एक-एक प्रतिनिधि कान्वेल्व में शामिल हुए। बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी बालापुरे पदम ने भी दो दिवसीय सम्मेलन में सहभागिता दर्ज कराई। सम्मेलन के समापन सत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा स्वयं सेवी संस्थाओं की विकास में सतत भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कहीं। छोटी-छोटी संस्थाएं भी अब शासन के साथ मिलकर समाज के उत्थान एवं विकास में भागीदारी सुनिश्चित कर सकेगी। इसके लिए जन अभियान परिषद सरकार और स्वयंसेवी संस्थाओं के बीच सेतु का कार्य करेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विश्वास जताया कि दो दिवसीय सम्मेलन जनसहभागिता के एक नए युग का प्रारंभ करेगा। अवसर पर बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा कोविड काल पर आधारित 110 लेखकों का साझा संकलन आपदा में आपबीती की एक प्रति भी संस्था अध्यक्ष द्वारा मुख्यमंत्री को भेंट गई। श्रीमती पदम ने बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा संचालित ऑटो एम्बुलेंस योजना, सशक्त सुरक्षा बैंक एवं 22 वर्षों से सतत चलाए जा रहे राष्ट्र रक्षा मिशन की उपलब्धियों से भी आयोजकों एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान को अवगत कराया। बिना किसी शासकीय फंडिंग के जनसहयोग से संचालित बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के सेवा प्रकल्प ऑटो एम्बुलेन्स योजना, सशक्त सुरक्षा बैंक और राष्ट्र रक्षा मिशन की मुख्यमंत्री सहित एग्पा के उपाध्यक्ष प्रो सचिन चतुर्वेदी, सुशासन संस्थान की सीईओ जीवी रश्मि, डेवलपमेंट अल्टरनेटिव नई दिल्ली के संस्थापक डॉ अशोक खोसला, प्रिया संगठन के अध्यक्ष एवं संस्थापक डॉ राजेश टंडन ने सराहना की। सम्मेलन के शुभारंभ सत्र में पहुंचे महामहिम राज्यपाल मंगु भाई पटेल को भी आपदा में आपबीती संकलन की प्रति भेंट की गई। इस संकलन में 110 प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सक, समाजसेवी सहित कोविड-19 से प्रभावित लगभग हर वर्ग के अनुभव शामिल है।
देश-विदेश के प्रसिद्ध समाजसेवियों ने किया मंथन
स्वयं सेवी संगठनों के सम्मेलन में विशेष वक्ता, विशेषज्ञ और पैनलिस्ट ने मंथन किया। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सीईओ अनुराग बेहार, ब्रैन केपिटल प्राइवेट लिमिटेड के सीएमडी अमित आर चंद्रा, पद्मश्री महेश शर्मा, लोक सेवा प्रबंधन व सहकारिता विभाग मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, सीईओ भारत रूरल लाइवलीहुड फंड प्रमतेश अम्बास्ता, अनीश कुमार, लेफ्टिनेंट जनरल अरुण शाहनी, ह्यून ही बान, डीजी मप्र जनअभियान परिषद बी आर नायडू, प्रो केजी सुरेश वाइज चांसलर माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल, प्रो सुधीर गावहने मीडिया एजुकेटर, पत्रकार शशिकांत त्रिवेदी, सुनील चतुर्वेदी, प्रो पुष्पेन्द्र पाल सिंह, सचिन जैन एक्सपर्ट डेवलपमेंट कम्युनिकेशन सहित आधा सैकड़ा विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों पर मंथन किया। सम्मेलन में प्रदेश के हर जिले से 3, देश के 140 और विदेशों से भी सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुये। कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस, जन अभियान परिषद की समन्वयक प्रिया चौधरी के प्रति बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति अध्यक्ष गौरी बालापुरे पदम, उपाध्यक्ष नीलम वागद्रे, कोषाध्यक्ष जमुना पंडाग्रे, सचिव भारत पदम, सहसचिव ईश्वर सोनी सहित सभी सदस्यों ने आभार व्यक्त किया है।
खुले सत्र में बताई जिले की समस्याएं
सम्मेलन के पहले सत्र के दौरान खुले सत्र में गौरी पदम द्वारा सदन का ध्यान महिलाओं की मासिक धर्म के दौरान की परेशानियों की ओर आकर्षित किया। साथ ही जिले में संचालित ऑटो एम्बुलेन्स योजना के तहत ऑटो चालकों द्वारा ऑटो चालकों द्वारा घायलों की मदद के सम्बंध में जानकारी दी गई। जिसे सभी ने सराहा। समिति ने अपने मार्गदर्शक व संरक्षक मंडल पूर्व सांसद हेमंत खण्डेलवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष व समाजसेवी आदित्य बबला शुक्ला, हेमंत पगारिया, हेमंत वागद्रे, मनीष दीक्षित सहित सभी सहयोगियो के प्रति भी आभार व्यक्त किया है। सभी के प्रोत्साहन व सहयोग से ही बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की पूरे देश मे अलग पहचान बन पाई है।