कैसे करें घर की सफाई।
कहते हैं जिस घर में साफ-सफाई होती है वहां माता लक्ष्मी का वास होता है। क्योंकि धन की देवी मां लक्ष्मी को सफाई अत्यंत प्रिय है। परंतु वास्तु शास्त्र में सफाई को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं, जिनके अनुसार घर की सफाई की जाए तो घर में सुख-समृद्धि के सारे रास्ते खुल जाते हैं।
अपने घर को साफ रखना किसको पसंद नहीं होता। घर की साफ सफाई से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार तो बढ़ता ही है साथ की घर में बीमारियां भी कम फैलती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रखी हर वस्तु का प्रभाव घर के सदस्यों की तरक्की, सेहत और मानसिक स्थिति पर पड़ता है। वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि यदि आप वास्तु के कुछ नियमों का पालन कर घर की साफ-सफाई करें तो आपके घर में सदैव सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
साफ-सफाई का समय
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि कभी भी सूर्यास्त के बाद या फिर सुबह-सुबह ब्रह्म मुहूर्त में घर में झाड़ू नहीं लगाई जानी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यह समय माता लक्ष्मी के घर में प्रवेश करने का होता है, लेकिन यदि किन्हीं कारणों से आपको इस समय झाड़ू लगाना पड़ जाए तो इसमें निकले कचरे को सुबह सूर्य उदय के बाद ही घर से बाहर फेंकें।
घर के कोनों का रखें ध्यान
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर दिशा, ईशान कोण और वायव्य कोण का साफ सुथरा और खाली होना बहुत जरूरी है। ऐसा माना जाता है कि घर की इन दिशाओं में धन के देवता कुबेर का वास होता है। इसीलिए घर के सभी कोनों की साफ-सफाई रखना बहुत जरूरी है।
बाथरूम की साफ सफाई
ऐसा देखा गया है कि बहुत से लोग अपने घर को तो साफ सुथरा रखते हैं, लेकिन बाथरूम की साफ सफाई की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं देते। आपको बता दें कि घर के साथ-साथ अपने टॉयलेट, बाथरूम को साफ रखना भी बहुत जरूरी होता है। इसके अलावा घर के बाथरूम और टॉयलेट में कभी भी मकड़ी के जाले लगने ना दें। ऐसा होने से घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता है।
छत पर कबाड़
वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि घर की बालकनी या छत पर टूटी फूटी चीजें या कबाड़ इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ऐसा होने से घर में दरिद्रता का प्रवेश होता है। साथ ही टूटी फूटी चीजों में पानी जमा होने के कारण मलेरिया जैसी घातक बीमारियां भी पनपती हैं।