समिती के संस्थापक सचिव श्री गुरव का किया सम्मान।
सारनी। सतपुड़ा ताप विद्युत गृह में स्व सुरक्षा निधी समिती की स्थापना के पीछे एक घटना का उल्लेख करते हुए श्री वासुदेव गोविंद गुरव सेवानिवृत्त वरिष्ठ लेखा अधिकारी औेर समिती के संस्थापक सचिव ने बताया कि 1975 में एक कार्यालयीन कर्मचारी श्री एच एन गुजर का दुर्घटना में निधन हुआ था।
इस दुर्घटना से सबक लेकर स्थायी समाधान निकालने पर चिंतन किया।लगातार देश के औद्योगिक क्षेत्रों का दौरा कर ऐसे संस्थानों की जानकारी प्राप्त की और अंत में स्व सुरक्षा निधी समिती की स्थापना करने में सफल रहे।समिती पंजीकृत कर स्थापना काल से पारदर्शिता के साथ काम शुरू हुआ।प्रारंभ में मासिक अंशदान दो रूपए था, दो रुपए का अंशदान देने में भी सोचना पड़ता था। शने शने कार्मिकों का विश्वास बढता गया और समिती के नियमित सदस्य बनने लगे।मध्यप्रदेश विद्युत मंडल के सतपुड़ा ताप विद्युत गृह के साथ साथ मंडल प्रशासन ने पूरा सहयोग प्रदान किया, विशेष रूप से टी एस सेतुरत्नम सर का जो संयुक्त सचिव थे,उनके सहयोग प्रदान करने के कारण वेतन से अंशदान की कटौती हुई, अंशदान प्रत्येक माह कलेक्शन करना संभव नही है। श्री गुरव ने बताया कि कोरबा ईस्ट, वेस्ट,बिलासपुर, अमरकंटक, जबलपुर में समिती का कार्य शुरू हुआ। लेकिन जहां जहां समिती निष्क्रिय होती गई वहां स्व सुरक्षा निधी समिती बंद हो गई। सारनी में टीम वर्क के साथ कार्यकर्ता सेवा भाव से काम करने के कारण समिती आज प्रगति कर रही है। सन 1975 में समिती की जितनी प्रासंगिकता थी, आज भी है। मुख्यअभियंता व्ही के कैथवार ने कहा कि श्री गुरव सहाब प्रेरणास्रोत रहे हैं। समिती के नींव के पत्थर है। तभी सारनी के साथ मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के अन्य ताप विद्युत गृह में भी नये सदस्य बनाये जा रहे है। इस मौके पर व्ही के कैथवार मुख्य अभियंता एवं अध्यक्ष स्व सुरक्षा निधी समिती ने श्रीफल और शाल से श्री गुरव को सम्मानित किया।समिती के सचिव अम्बादास सूने ने बताया कि वर्तमान में नियमित सदस्य के वेतन से अंशदान के रूप में 150/- रूपए प्राप्त कर रही है। समिती नियमित सदस्य के आकस्मिक निधन पर आश्रित परिवार को रूपए 75 हजार का आर्थिक सहयोग तत्काल प्रदान कर रही है। इस अवसर पर नरेश पनवार उप महाप्रबंधक मानव संसाधन एंव प्रशासन, सोमलाल पाल,डी डी देशमुख, योगेन्द्र ठाकुर,जितेन्द्र वर्मा और अंबादास सूने सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे।