हेड कांस्टेबल श्री भजन लाल चौहान घोड़ाडोंगरी चौकी (नगर परिषद घोड़ाडोंगरी )के अनुभव और सुझबूझ से कुश बालक घर में मिला।
हेमंत साहु
घोड़ाडोंगरी। बच्चों की दुनिया बहुत ही अलग होती है और वह खेल खेल में घर में बाहर और कभी पड़ोस में , कभी कभी साथियों के साथ इधर-उधर अपना समय व्यतीत कर देते। परंतु बालक जब घर में बालक ना दिखाई दे तो माता-पिता का चिंतित होना स्वभाविक है ऐसा ही वाकया आज घोड़ाडोंगरी में हुआ जब बालक खेलते खेलते घर में सो गया और माता पिता बहुत व्याकुल हो गए परेशान हो गए और जब हेड कॉन्स्टेबल श्री भजनलाल चौहान जी वहां पहुंचे तो पुलिस प्रशासन के अनुभवी श्री भजनलाल चौहान ने कुछ ही मिनटों में माता-पिता की व्याकुलता और गमगीन माहौल को खुशनुमा बना दिया।
इसके पहले भी श्री चौहान जी ने सुनील भोरसे बजरंग कॉलोनी निवासी घोड़ाडोंगरी ईशान उर्फ डुग्गू ढाई वर्ष के बालक को घर के सोफा के नीचे सोता पाया था। पुलिस प्रशासन और हेड कॉन्स्टेबल को सूचना देने से तुरंत बात हुई और घर पर पहुंचकर उनकी उपस्थिति में ही डुग्गू को सकुशल पाया।
श्री चौहान ने आते ही आसपास के घरों में बालक को ढूंढने का निवेदन किया। उसके पश्चात सभी ने बालक को घर में और आस पड़ोस में ढूंढा परंतु वह नहीं मिला। जब वे जानकारी लिखने के लिए काउंटर के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि शायद बालक काउंटर में तो नहीं है और झट से एक सज्जन ने कहा साहब बालक(पिता राजेन्द्र प्रजापति) यहां सो रहा है। श्री चौहान जी की सूझबूझ और जांच परीक्षण की प्रणाली को सभी ने सराहना की और दुर्गा चौक में उपस्थित वरिष्ठ, मातृशक्ति और नागरिकों ने, मोहल्ले वासियों ने श्री भजनलाल चौहान जी हेड कॉन्स्टेबल को सहृदय से “धन्यवाद “दिया।