व्यक्तित्व एक परिचय में हुए साक्षात्कार के लिए पधारे अतिथि अमन राठौर होस्ट किशोर जैन के साथ

RAKESH SONI

व्यक्तित्व एक परिचय में हुए साक्षात्कार के लिए पधारे अतिथि अमन राठौर होस्ट किशोर जैन के साथ

 होनहार वीरान के होत चिकने पात

सारणी। जिस समय में आज के युवा फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टा, टेलीग्राम जैसे ऐप पर चैटिंग सेल्फी और गर्लफ्रेंड बनाते हैं, उस उमर में अमन राठौर “मन” जी ने एक एन. जी.ओ के संस्थापक के रूप में अनेकों पत्रिकाओं और साझा संकलन के जरिये तमाम युवाओं को नई राह दिखाई, मन संगी साहित्य के उत्थान के लिए तो काम करता ही है, यह समाज में फैली विभिन्न भ्रांतियों को भी मिटाने का कार्य बखूबी कर रहा है, साथ ही साथ गरीब विद्यार्थियों के लिए छोटे -छोटे साहित्यिक जिम्मेदारी दे कर उन्हें रोजगार भी देता है, इस संस्था का मुख्य उद्देश्य है साहित्य के क्षेत्र को विस्तार देना जिसके लिए मनसंगी के संस्थापक महोदय ने कई टीम का गठन किया है, जहाँ मासिक, त्रिमासिक ई-पत्रिकाओं को प्रकाशित किया जाता है | एक विद्यार्थी होते हुए और इतने कम उम्र में अमन जी ने अपनी एक अलग पहचान अपने दम पर बनाई है मध्यप्रदेश के छोटी सी जगह सारणी से आने वाले समय का सितारा चमकने को आतुर अपना आसमां खोज स्थापित हो अपनी चमक से एक दिन पूरे विश्व को प्रकाशित करेगा 

किस्मत बदले न बदले पर वक्त जरूर बदलता है, बस तू रख हौसला मंजिल भी मिलेगी कारवां भी चलेगा एक रास्ता बंद होता है तो अनेकों राह खुलते हैं दिव्ययालय एक साहित्यिक पटल पर प्रति बुधवार दिव्यालय एक व्यक्तित्व परिचय “चंद बातें कुछ यादें नई पुरानी”” इस श्रृंखला के अतंर्गत हुए साक्षात्कार में मन संगी के संस्थापक अमन राठौर “मन” किशोर जैन के प्रश्नों के जबाब में आपने बताया की आप बाल मंच के जरिये छोटे – छोटे बच्चों को साहित्य में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करतें हैं, उनसे भी आप संकलक और संपादन करवाते हैं, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी सुदृढ़ हो और साहित्य का उत्थान हो |आपने अपने आखिरी संदेश में कहा, की हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है, इस पर अपनी पकड़ मजबूत करें और इसके विकास और गौरव को बरकरार रखने हेतु कदम से कदम मिलाकर साथ चलने की आवश्यकता है, हिंदी को दिल से अपनाएँ |

और अंत में बेहतरीन संचालन कर रहे यू.के. से किशोर जैन जी ने अपने इस साक्षात्कार के भाव प्रकट करते हुए अपने अतिथि अमन राठौर “मन “को धन्यवाद दिया इस नेक व सराहनीय कार्य के लिए ।साथ ही दिव्यालय की संस्थापक व कार्यक्रम आयोजक व्यंजना आनंद ‘मिथ्या, और उपाध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक मंजरी निधि ‘गुल’जी को इस बेहतरीन आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा – ऐसे आयोजन समाज में होने चाहिए जो ऐसे व्यक्तित्व को जो कुछ अच्छा कर रहा है सबसे रुबरू करवाने का नेक कार्य करे, यह कार्य दिव्यालय कर रहा है जो की बहुत ही सराहनीय कार्य है । पूरे दिव्यालय परिवार की तरफ से उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अंत में कहाँ, की अमन जी एक प्रेरणा है, और हर एक वर्ग से जुड़े हुए सुलझे और समझदार व्यक्ति हैं, जो भविष्य में समाज दर्पण होंगे |

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