स्वर्ण जयंती समारोह खजुराहो उत्सव 2024

RAKESH SONI

स्वर्ण जयंती समारोह खजुराहो उत्सव 2024

सारनी। उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी म.प्र. संस्कृति परिषद द्वारा स्वर्ण जयंती उत्सव 2024 का आयोजन किया गया जो कि अभूतपूर्व रहा । सर्वप्रथम “कत्थक कुम्भ” का आयोजन किया गया जिसमें प्रांत से छोटी-छोटी 1484 कत्थक नृत्यांगनाओं ने कड़े परिश्रम के बाद एक ही अभ्यास में हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री डाक्टर मोहन यादव के समक्ष सफलतम प्रदर्शन कर तथा वलर्ड रिकार्ड ऑफ गिनीज बुक मे नाम अंकित करवाया ।

मुख्यमंत्री श्री यादव ने सभी बच्चियों (नृत्यांगनाओं की हृदय से भूरि भूरि प्रसंशा की जब उन्हे पता चला कि इस कार्यक्रम की तैयारी के लिये समय कम था तो वे अपने आप को रोक नही पाये तथा उनको नमन करते हुये कहा मैं धन्य हॅू , तथा अभिभूत हॅूं जो “कत्थक कुम्भ” के गिनीज बुक ऑफ वर्ड रिकार्ड मे अंकित होने का साक्षी बना । मुख्यमंत्री ने तुरन्त मंच से घोषणा की खजुराहों मे गुरूकुल की स्थापना की जायेगी ,जिसमें सभी कलाओं का पठन पाठन शिक्षण कार्य किया जायेगा तथा समस्त सुविधाओं से युक्त होगा। देश विदेश के कलाकार यहाँ शोध कर सकेगें तथा एक उच्च स्तरीय सुविधा युक्त चिकित्सालय भी होगा । उत्सव में लगातार कई कार्यक्रम चले जिसमें दो कार्यक्रम उल्लेखनीय है जिसमें संस्कार भारती का पूर्ण योगदान रहा । संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक श्री जयन्त माधव भिसे जी ने संस्कार भारती से इन कार्यक्रम हेतु विशेष आग्रह किया था ।
(1 कार्यशाला – प्रातः 11:00 बजे से दोपहर 12:30 तक इसमें किसी विषय के विशेषज्ञ (गायन नृत्य पुरातत्व आदि द्वारा विषय का प्रतिपादन तथा जिज्ञासा समाधान इस कार्यक्रम हेतु पूरे प्रदेश (मालवा, मध्यभारत, महाकौशल के नृत्यशालाओं से गुरूओं के साथ 4 शिष्यों को आमंत्रित किया उनके आने जाने भोजन तथा ठहरने की व्यवस्था अकादमी ने की इसमें अन्य कला गुरू तथा शिष्यो की उपस्थिति भी रही ।
(2 लयशाला – दोपहर 03:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक प्रतिदिन आयोजन किया गया । इस लयशाला मे देश के जाने माने स्थापित, प्रतिष्ठित कला गुरूओं की प्रस्तुती के साथ जिज्ञासा समाधान तथा कला की बारीकीयों को समझाने का कार्य किया गया । इस लय- शाला मे वे सभी कला गुरू तथा शिष्य प्रतिदिन उपस्थित रहते थे जिन्हे प्रदेश भर से आमंत्रित किया गया था तथा अन्यो की भी उपस्थिति रहती थी । कार्यशाला एवं लयशाला हेतु कलागुरू एवं शिष्यो का संयोजन संस्कार भारती ने किया तथा कार्यक्रम के बाद अधिकांश कलाकारों ने संस्था का आभार माना तथा मन की बात कही कि हमे जो बडे बडे लब्ध प्रतिष्ठित कला गुरूओं को दूर से देखने को मिलते थे उनके साथ हमें वार्तालाप करने का अवसर मिला उनका सानिध्य मिला तथा हमारा समाधान हुआ । संस्कार भारती यदि हमें दुबारा बुलाती है तो हम अवश्य आयेगें ।
खजुराहो उत्सव मे संस्कार भारती की ओर से श्री निरंजन जी पण्डा (अ0भा0 लोककला सह संयोजक श्री अनिल जी जोशी (क्षेत्र प्रमुख श्री संजय जी शर्मा प्रान्त महामंत्री मालवा प्रान्त ,श्री मोतीलाल धनपालसिंह कुशवाह सह महामंत्री मध्य भारत प्रान्त ,श्री धनराज जी लोक कला विधा संयोजक महाकौशल प्रान्त सहित अनेक स्थानीय कार्यकताओं का सहयोग प्राप्त हुआ।

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