वन विभाग के आवास पर सेवानिवृत्त डिप्टी रेंजर का आठ साल से कब्जा

सारनी। उत्तर वन परिक्षेत्र सारनी के पाथाखेड़ा बीट में वर्षों तक पदस्थ रहे सेवानिवृत्त डिप्टी रेंजर आठ साल से वन विभाग के आवास पर कब्जा करके रह रहे हैं। ऐसा भी नहीं है कि इन्हें सरकारी आवास खाली करने विभाग ने नोटिस जारी नहीं किया। बावजूद इसके वरिष्ठ अधिकारियों से अच्छा तालमेल होने के चलते स्थानीय अधिकारियों पर दबाव बनाकर आवास खाली नहीं कर रहे। बताया जा रहा है कि वन विभाग द्वारा एक, दो नहीं, बल्कि तीन बार आवास खाली करने सेवानिवृत्ति डिप्टी रेंजर विनोदी पाल को नोटिस जारी किया गया। लेकिन इस महंगाई के जमाने में मुफ्त की बिजली, पानी और रिटायर्ड डिप्टी रेंजर होने का फायदा उठाने सेवानिवृत्त होने के 8 साल बाद भी सरकारी आवास से मोह भंग नहीं हो रहा। बताया जा रहा है एक ही क्षेत्र में करीब तीन दशक तक पदस्थ रहने के चलते इनके वन क्षेत्र से जुड़े लगभग सभी भू माफिया, रेत, बजरी उत्खनन करने वाले और सागौन तस्करों से इनका संपर्क है। जिनसे खर्चा पानी आसानी से मिल जाता है। संभवतः इसी वजह है की सेवानिवृत्त डिप्टी रेंजर का पाथाखेड़ा से मोह भंग नहीं हो रहा।
विभाग ने कारवाई की ना किराया वसूला
2016 में सेवानिवृत हुए डिप्टी रेंजर विनोदी पाल का वन विभाग में कितना रौब है इसका अंदाजा रिटायर्ड होने के 8 साल बाद भी वन विभाग द्वारा आवास खाली करने नोटिस देने के अलावा कोई भी कार्रवाई नहीं की है। इतना ही नहीं, बिजली और पानी का किराया भी नहीं वसूला। बताया जा रहा है कि जब भी स्थानीय विभाग द्वारा कारवाई करने का प्रयास किया जाता है। तब सेवानिवृत्ति रेंजर भोपाल स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क साधकर स्थानीय अधिकारियों पर दबाव बना लेते हैं। जिसके चलते कारवाई अब तक पेंडिंग है।
सारणी में रहकर पाथाखेड़ा में कर रहे ड्यूटी
पाथाखेड़ा के वन कार्यालय में पांच आवास बने हैं। यह आवास विभाग द्वारा 1968 में बनाए गए थे। इनमें से एक आवास में सेवानिवृत्ति रेंजर वर्षों से रह रहे हैं। जबकि साल 2016 में इन्हें आवास खाली करना था। सेवानिवृत्ति डिप्टी रेंजर का रौब इतना ज्यादा है कि पाथाखेड़ा वन कार्यालय में पदस्थ वन कर्मियों को सारणी में रहकर पाथाखेड़ा में नौकरी करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। जबकि नियम अनुसार सेवानिवृत कर्मियों को 6 माह के भीतर आवास खाली करना है। लेकिन अपने कार्यकाल का रौब दिखाकर सेवानिवृत्त डिप्टी रेंजर पाथाखेड़ा में ही जमे हैं।
इनका कहना है
नोटिस की कारवाई पहले ही की जा चुकी है। जल्द ही बेदखली की कारवाई की जाएगी। एस नायक, रेंजर, सारनी।