पर्याप्त खाद की उपलब्धता नहीं होने पर जिला पंचायत सदस्य ने दी आंदोलन की चेतावनी
विभाग का दावा -पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध, इधर सोसायटियों से खाली हाथ लौट रहे किसान
आमला। रबी सीजन में किसानों को खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है, लेकिन सोसायटियों से किसानों को खाद नहीं मिल रही है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। यह हाल है सेवा सहकारी समिति सोनेगांव के अंतर्गत आने वाले गांवों के किसानों का, जहां सोसायटी में यूरिया खाद का संकट गहराया हुआ है। जिला पंचायत सदस्य हितेष निरापुरे ने बताया कि इस सोसायटी के अंतर्गत 14 गांव आते है। इसमें किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद की उपलब्धता नही है। क्षेत्र के किसानों के लिए सोसायटी में पर्याप्त खाद उपलब्ध नहीं है और बोवनी का समय खत्म होने पर पाया है। इससे किसान हैरान परेशान हैं। श्री निरापुरे का कहना है कि एक ओर क्षेत्र में किसानों को पर्याप्त थ्री फेस बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है, तो दूसरी ओर यूरिया संकट खड़ा हो गया है। इससे इस क्षेत्र में रहने वाले अन्नदाताओं के सामने चौतरफा संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को किसानों के हित में पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध कराना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो किसानों के साथ मिलकर उग्र प्रदर्शन किया जायेगा, जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
9 हजार बोरी की आवश्यकता, पहुंची मात्र 4 हजार
सेवा सहकारी समिति सोनेगांव के अंतर्गत आने वाले 14 गांवों के किसानों के लिए प्रतिवर्ष कम से कम 9 हजार बोरी यूरिया खाद की आवश्यकता होती है, लेकिन अब तक सोसायटी में मात्र 4 हजार बोरी यूरिया खाद पहुंची है। जिसका वितरण किया जा रहा। खाद की कमी के चलते किसानों को पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रही। जिसके कारण किसानों को बार-बार सोसायटी के चक्कर लगाने पड़ रहे है। जिला पंचायत सदस्य हितेष निरापुरे का कहना है कि किसानों को पहले सोयाबीन की फसल नुकसानी की मार झेलनी पड़ी, अब खाद संकट से जुझना पड़ रहा है।
सोसायटियां खाली, नहीं है यूरिया खाद
किसानों ने बताया कि सेवा सहकारी समिति सोनेगांव में में उनका खाता है। यहां पर पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद नहीं है। किसान खाद लेने जाते है तो उन्हें तीन बोरी ही खाद दिया जा रहा है, जबकि बड़े किसानों को अधिक मात्रा में खाद की जरूरत है। ऐसे में किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि खरीफ सीजन की नुकसानी की भरपाई के लिए रबी सीजन से उम्मीद थी, लेकिन यूरिया खाद नहीं मिलने से किसानों को काफी परेशानी हो रही है। किसानों का कहना है कि सोसायटियों में खाद के लिए जाते हैं तो खाद कब तक आएगा इसके बारे में जानकारी नहीं दी जा रही है।
विभाग का दावा फेल, किसान परेशान
कृषि विभाग जिले में खाद की पर्याप्त उपलब्धता होना बता रहा लेकिन सोसायटियों में किसानों को पर्याप्त खाद नहीं मिल रही है। इससे किसान परेशान है। किसानों का कहना है कि आगामी फसल की बोवनी के लिए उनके खेत तैयार है। बीज खरीद चुके। केवल खाद का इंतजार कर रहे है यदि समय पर खाद नहीं मिली तो किसान बुआई से पिछड़ जायेगे और नुकसान उठाना पड़ेगा। किसानों का कहना है कि समय रहते सोसायटियों में खाद की व्यवस्था शीघ्रता से की जाना चाहिए ताकि किसानों को पर्याप्त खाद मिल सके और वे समय पर बोवनी कार्य पूरा कर सकें।
इनका कहना है –
भाजपा की सरकार बड़े बड़े वादे कर रही है कि किसानों को पर्याप्त खाद्य मिल रही है जबकि बैतूल जिले कि सबसे बड़ी सोनेगांव सुसायटी में पर्याप्त यूरिया नही होने से किसान परेसान है अगर जल्द खाद्य की व्यवस्था नही की गई तो शासन के खिलाफ आंदोलन किया जायेगा।
हितेश निरापुरे जिला पंचायत सदस्य वार्ड नं 14 आमला