कार्यवाहक हवलदार आरक्षकों का आपदा प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण आयोजित
बैतुल। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल द्वारा सोमवार को होमगार्ड कार्यालय में पुलिस विभाग के कार्यवाहक हवलदार आरक्षकों का आपदा प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में 45 कार्यवाहक हवलदार आरक्षकों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण मेंं विभिन्न आपदाओं की जानकारी जैसे बाढ़ के दौरान पुल-पुलिया, रपटा के उपर से पानी बहने की स्थिति में क्या करें, क्या न करें की जानकारी दी गई। बाढ़/पानी के पास जाने पर क्या-क्या सावधानियां रखी जाए एवं डूबने से बचने के लिए बाजार के मंहगे सामानों जैसे लाईफ जैकेट, लाईफ बॉय के अतिरिक्त, हमारे आस पास की वस्तुओं जैसे प्लास्टिक की खाली बॉटल, खाली केन, खाली कनस्तर, लकड़ी के गठ्ठे, फुटबाल/प्लास्टिक बॉल, लकड़ी की टहनियों आदि का उपयोग करने का तरीका बताया गया। आगामी महीनों में अत्याधिक ठंड के कारण शीत लहर चलने की संभावना को देखते हुए स्वयं के ठंड से बचाने के बारे में बताया गया, क्योंकि लोगों में हृदयाघात एवं लकवा का अधिक असर अधिक शीत में देखने में आता है। वर्तमान में वाहन दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं और उसमें घायलों एवं मृतकों की संख्या भी बढऩे लगी है, जिसे देखते हुए विशेष तौर पर मोटर साइकिल चलाने वाले लोगों को हेलमेट पहनने की सलाह दी गई। यदि किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर घायलों को बचाने के लिए प्रथमोपचार करने के तरीके बताए गए। पुलिस के कर्मचारी किसी भी दुर्घटना/आपदा में जानकारी प्राप्त करने वाला एवं किसी भी कार्य को क्रियान्वित करने वाला प्रथम व्यक्ति होता है, इसलिए इन्हें विशेषत: घायल व्यक्ति के बेहोश होने पर अथवा हृदयाघात का असर होने पर सीपीआर के तरीके बताकर अभ्यास भी कराया गया। घायल व्यक्तियों को दुर्घटना स्थल से एम्बुलेन्स/सुरक्षित स्थल ले जाने की आकस्मिक विधियों के संबंध में जानकारी से अवगत कराया गया। प्रशिक्षण का संचालन प्लाटून कमांडर होमगार्ड श्रीमती सुनीता पंदरे द्वारा किया गया एवं एसडीईआरएफ के जवानों के द्वारा प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में आरआई श्रीमती मनोरमा बघेल, सूबेदार श्री संदीप कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।