नशा मुक्ति , साइबर जागरूकता , मोटर व्हीकल एक्ट एवम महिला सुरक्षा पर किया गया संवाद

RAKESH SONI

बेतुल पुलिस द्वारा “अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस (इंटरनेशनल डे फॉर द एलिमिनेशन ऑफ वायलेंस अगेंस्ट वूमन)” पर बेतुल के शासकीय कन्या महाविद्यालय में आयोजित किया गया कार्यक्रम

नशा मुक्ति , साइबर जागरूकता , मोटर व्हीकल एक्ट एवम महिला सुरक्षा पर किया गया संवाद

बैतुल। पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार बेतुल जिले के पुलिस अधीक्षक सुश्री सिमाला प्रसाद द्वारा सभी एसडीओपी एवम थाना प्रभारी साहिबान को महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराध कम करने और जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम करने के लिए आदेशित किया गया।पूरे विश्व में महिलाओं के प्रति हिंसा, शोषण एवं उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के उन्मूलन हेतु संयुक्त राष्ट्र के द्वारा प्रतिवर्ष 25 नवंबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस- International Day for the Elimination of Violence against Women’ मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र के द्वारा महिला हिंसा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत वर्ष 2030 तक के लिए ‘यूनाइट अभियान(UNiTE campaign)’ चला रहा है।

अतः महिला थाना प्रभारी संध्या रानी सक्सेना , महिला सेल प्रभारी राजेन्द्र धुर्वे , अजाक थाना प्रभारी सेवंती परते , यातायात थाना से asi रघुवंशी , सायबर सेल से राजेंद्र धाडसे के द्वारा शासकीय कन्या महाविद्यालय में छात्राओं और महाविद्यालय स्टाफ को महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों के प्रति जागरूक करने, साइबर अपराध से सुरक्षा एवम नशे की प्रवृति को रोकने, यातायात नियमों के पालन के प्रति जागरूक करने के लिए विस्तृत संवाद किया।

महिलाओं और लड़कियों के विरुद्ध हिंसा (वायलेंस अगेंस्ट वूमन एंड गर्ल्स ) का स्वरूप विश्वव्यापी है । महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ इस तरह की हिंसा विश्‍व में सबसे भयंकर, निरंतर और व्‍यापक मानव अधिकार उल्‍लंघनों में शामिल है, जिसका दंश विश्‍व में हर तीन में से एक महिला को भोगना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि इन हिंसा की अधिकांश घटनाएं प्रतिष्ठा,मौन, चुप्पी, कलंक और शर्म के कारण रिपोर्ट ही नहीं होती है ।महिलाओं के विरुद्ध हिंसा शारीरिक शोषण, यौन शोषण और मनोवैज्ञानिक शोषण के स्वरूपों में प्रकट होती है।

इसी प्रकार साइबर अपराधों में भी कई बार महिलाओं को निशाना बनाया जाता है जैसे अश्लील वीडियो, फोटो अपलोड करके ब्लैकमेल करना , ओटीपी , सीवीवी , एटीएम कार्ड , बैंक खाते , पहचान पत्रों की जानकारी ले कर साइबर ठगी करना आदि। वर्तमान समय में ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स , लॉटरी लगने का लालच , सेल का ऑफर, आकर्षक पुरुस्कार का लालच , मल्टी मार्केटिंग कंपनियों के लिंक आदि के माध्यम से भी साइबर ठगी की जाती है। अतः जागरूकता एवम तत्काल सूचना देना ही ऐसा माध्यम है जिस से इन अपराधों से बचा जा सकता है। पुलिस अधिकारियों ने इसके अतिरिक्त मोटर व्हीकल एक्ट एवम नशा मुक्ति पर भी विस्तृत चर्चा कर उपस्थित छात्र छात्राओं एवम कॉलेज के स्टाफ को सपथ भी दिलाई गई। मानव दुर्व्यापार ,सायबर अपराध , घरेलू हिंसा , यातायात के नियम से सम्बंधित बुकलेट वितरित की गई इस कार्यक्रम में करीब 250 छात्राओं और कॉलेज के स्टाफ ने भाग लिया।

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