कलेक्टर पहुंचे ग्रामीण क्षेत्रों में, सुनीं आमजन की समस्याएं, निराकरण के दिए निर्देश
स्कूल एवं छात्रावास परिसर का भी निरीक्षण
बैतुल। कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस ने बुधवार को चिचोली विकासखंड के ग्राम जोगली, गोधना, पाटाखेड़ा एवं झिरियाडोह का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने जोगली में कन्या परिसर/एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय एवं पाटाखेड़ा में स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। गोधना एवं झिरियाडोह में ग्राम चौपाल लेकर आमजन की समस्याएं सुनीं एवं उनके निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री अभिलाष मिश्रा, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी बैतूल श्री केसी परते, सहायक आयुक्त आदिवासी कार्य विभाग श्रीमती शिल्पा जैन, प्रभारी तहसीलदार चिचोली श्री रोहित विश्वकर्मा, सीईओ जनपद पंचायत चिचोली श्री अभिषेक वर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
कन्या परिसर जोगली के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने यहां छात्रावास एवं स्कूल की व्यवस्थाएं देखीं। साथ ही स्थानीय परीक्षाओं का भी निरीक्षण किया। यहां छात्रावास की व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए। छात्रावास की व्यवस्थाओं में अपेक्षित पूर्ति नहीं होने के कारण पीआईयू के अनुविभागीय अधिकारी एवं उपयंत्री को कारण बताओ नोटिस देने के भी निर्देश दिए।
ग्राम गोधना में आयोजित ग्राम चौपाल में ग्रामीणों से बुनियादों सुविधाओं की उपलब्धता पर जानकारी ली। लाड़ली लक्ष्मी योजना में हितग्राहियों को लाभान्वित करने की व्यवस्था एवं जन्म-मृत्यु पंजीकरण का भी निरीक्षण किया। ग्राम में बिजली संबंधी शिकायत के निराकरण के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए। वहीं नल-जल योजना के हैंडओवर संबंधी समस्या के निराकरण हेतु विभागीय अधिकारी को पाबंद किया।
ग्राम पाटाखेड़ा में स्वास्थ्य केन्द्र के निरीक्षण के दौरान नवीन भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। यहां सीएचओ का कार्य संतोषजनक पाया गया। दस्तावेज संधारण की कलेक्टर द्वारा सराहना की गई।
ग्राम झिरियाडोह में आयोजित चौपाल में ग्रामीणों से उनकी समस्याओं पर चर्चा की। साथ ही मोबाइल नेटवर्क की दिक्कत होने पर बताया कि यहां शीघ्र मोबाइल टावर स्थापना की कार्रवाई की जा रही है। ग्राम में पीएचई द्वारा खनन किए गए नए बोर में एक हफ्ते में मोटर डालकर कनेक्शन शुरू करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों द्वारा बिजली की समस्या बताए जाने पर उन्होंने कहा कि नर्मदापुरम जिले से समन्वय स्थापित कर समस्या के हल हेतु उचित कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने इस दौरान ग्रामीणों को ई-केवायसी कराए जाने की भी समझाईश दी।