गायत्री प्रज्ञा पीठ सारणी द्वारा बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार व जन्मदिवस संस्कार मनाया गया
सारणी। गायत्री परिवार ट्रस्ट गायत्री प्रज्ञा पीठ सारणी में आज रविवार को 9:00 से 11:00 तक गायत्री महायज्ञ संपन्न हुआ जिसमें श्री हेमंत धोटे जी के सुपुत्र निशांक का अन्नप्राशन संस्कार संपन्न हुआ तथा श्री हरि ओम काकोडि़या का जन्मदिवस संस्कार विधिवत संपन्न किया गया संस्कार मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी गुलाबराव पांसे देवालय समन्वयक श्रीमती प्रमिला पांसे एवं सार्थक दुबे द्वारा संपन्न किया गया, संस्कार के संबंध में बताया गया कि भारतीय संस्कृति में, जन्मदिवस को आत्म निरीक्षण आत्म विश्लेषण आत्म परीक्षण के रूप में के रूप में मनाया जाता है 84 लाख योनियों में मनुष्य योनि ही एक मात्र ही कर्म योनि है शेष योनिया भोग यौनियां है, मानव जीवन में जन्म लेने के लिए देवता भी तरसते हैं इसलिए कहा गया है सुर दुर्लभ मानव तन पावा, जीवन बड़ा महान मनुष्य का जीवन बड़ा महान, इसका काया में ही जन्मे है राम कृष्ण भगवान,, चिंतन और चरित्र आचरण में परिवर्तन लाओ दिव्य शक्तियां सुप्त है अंदर उसको भी विकसाओ, कौन जानता हनुमान को? कौन जानता राम? अगर ना विश्वामित्र तपाकर ?उनसे लेते काम ?इसीलिए प्रत्येक वर्ष जन्मदिन के अवसर पर पिछले जीवन से सीख लेते हुए अगले वर्ष में प्रवेश करते समय और अधिक बढ़ चढ़कर आत्मिक उन्नति के लिए संकल्पित किया जाता है, भगवान राम, भगवान कृष्ण ,भगवान बुद्ध की जयंतीया इसलिए मनाई जाती है कि उन्होंने देश समाज संस्कृति के लिए अपने समग्र जीवन को न्योछावर कर दिया और विचार क्रांति अभियान के माध्यम से जनमानस में देवत्व को स्थापित किया जन्मदिवस के अवसर पर एक बुराई छोड़कर एक अच्छाई ग्रहण करने की प्रेरणा दी तथा अन्नप्राशन संस्कार के बारे में कहा गया है हम जैसा अन्न खाते हैं वैसे ही हमारा मन का निर्माण होता है, जैसा हमारा मन होता है,? वैसे ही हमारे विचार, और जैसे हमारे विचार होते हैं? वैसे ही हमारे संस्कार एवं जीवन का निर्धारण होता है इसलिए हमें शुद्ध सात्विक आहार ग्रहण करना चाहिए, परम पूज्य गुरुदेव के साहित्य आंतरिक कायाकल्प का सुनिश्चित विधान नामक पुस्तक में परम पूज्य गुरुदेव ने सभी प्रकार के अन्ना जिसमें तमोगुण ,रजोगुण, सतोगुण किन-किन अन्न में कौन से संस्कार है इसका विश्लेषण करके बताया गया है, शहद एवं खेर मित्रों के माध्यम से चटाकर अन्नप्राशन संस्कार संपन्न कर उसे आशीर्वाद प्रदान किया गया तथा शांतिकुंज हरिद्वार में निशुल्क संपन्न होने वाले विभिन्न शिविरों के बारे में जानकारी दी गई कुछ लोगों ने शांतिकुंज हरिद्वार में संपन्न होने वाले नौ दिवसीय संजीवनी साधना मोन सत्र में भागीदारी के लिए इच्छा व्यक्त की दोनों बालको को गायत्री परिवार की ओर से आशीर्वाद प्रदान कर सहायक ट्रस्टी श्रीरामराव सराटकर जी द्वारा श्रीफल एवं साहित्य प्रदान कर उनका हार्दिक अभिनंदन किया गया इस कार्यक्रम मैं श्री महेश चौहान जी श्रीमती ललिता देशमुख कंचन कोसे निर्मला पवार बहन जी देवकी गुलबासे एवं अन्य भाई-बहन उपस्थित थे विनीत गुलाबराव पांसे मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी गायत्री परिवार ट्रस्ट गायत्री प्रज्ञा पीठ सारणी