जरूरतमंदों को भोजन वितरित कर मनाया बिटिया भव्या का जन्मदिवस।
बैतूल। मौजूदा समय में अधिकतर लोग अपना व बच्चों का जन्मदिवस पाश्चात्य सभ्यता से प्रभावित होकर मना रहें हैं। जो भारतीय सनातन हिन्दू संस्कृति के महत्व को जानते है वें लोग तो वैदिक रीति से ही जन्मदिवस मनाते है। पाश्चात्य सभ्यता के अनुसार जन्मदिवस पर केक पर मोमबत्ती
लगाकर फूँकना, थूकना व फिर काटकर खाना व वही केक सबको खिलाना, फूहड़ता भरे संगीत बजाकर दिखावा करने और उपहार लेने की प्रवृत्ति है जबकि भारतीय संस्कृति में वैदिक रीति से तिलक, पूजन करके, दीप प्रज्ज्वलित कर, जन्मदिवस के बधाई गीत गाकर बड़ों को प्रणाम करवाकर, सभी बच्चों को उपहार देने के साथ जरूरतमंदों को भी भोजन व मिठाई वितरित करने की प्रथा है। इसी का अनुसरण कर श्री योग वेदांत सेवा समिति बैतूल के जिलाध्यक्ष राजेश मदान ने हर वर्ष की तरह अपनी बिटिया भव्या मदान का जन्मदिवस बडोरा क्षेत्र के जरूरतमंद बच्चों को भोजन व मिठाई वितरित कर मनाया। श्री मदान ने कहा कि अपने बच्चों को जरूरतमंदों के बीच ले जाकर उन्हें कुछ देकर जन्मदिवस मनाने से बच्चों में परोपकार, सेवाभाव व समता के सुसंस्कार जाग्रत होंगे इसलिए उन्हें हमारी सनातन संस्कृति व उसके वैदिक रीति रिवाजों से अवगत कराना हमारा नैतिक कर्तव्य है। हम सभी को इसी तरह अपना व परिजनों का जन्मदिवस मनाना चाहिए। इस मौके पर भव्या मदान के साथ तान्या मदान, मोहन मदान, भाविनी मदान, दूर्वा टुटेजा व अन्य परिजन सहित बड़ी संख्या में जरूरतमंद बच्चे मौजूद थे।