जरूरतमंदों को भोजन वितरित करके मनाया भव्या मदान का जन्मदिवस।
बैतूल। हमें अपने बच्चों का जन्मदिवस जरूरतमंदों की सेवा करते हुए वैदिक रीति से ही मनाना चाहिए और बच्चों में सेवाभाव और सुसंस्कारों का सिंचन बचपन से ही शुरु कर देना चाहिए जिससे वें आगे चलकर श्रेष्ठ नागरिक बन सकें।
श्री योग वेदांत सेवा समिति बैतूल के संरक्षक व समाजसेवी राजेश मदान ने बताया कि वें अपने बच्चों, पारिवारिक सदस्यों व समिति के साधकों का जन्मदिवस हिन्दू तिथि अनुसार वैदिक रीति से इसी तरह जरूरतमंदों की सेवा करते व करवाते हुए ही मनाते हैं। उन्होंने अपनी बिटिया भव्या के जन्म दिवस पर बुधवार को गंज रेलवे स्टेशन और शनि मंदिर गंज क्षेत्र के जरूरतमंदों को अपनी बिटिया के हाथों से ही भोजन पैकेट वितरित करवाये इससे बच्चों में सेवाभावना विकसित होती है साथ ही उनमें लेने के बजाय देने की प्रवृत्ति जागृत होती है। श्री मदान ने बताया कि बच्चों को अपना जन्म दिवस भारतीय संस्कृति अनुसार वैदिक रीति से ही मनाना चाहिए जिससे उसका जीवन में सकारात्मक प्रभाव दिखाई दें। जैसे कि यह शरीर जिसका जन्मदिन मनाना है पंचभूतों से बना है जिनके अलग- अलग रंग हैं। पृथ्वी का पीला, जल का सफेद, अग्नि का लाल, वायु का हरा व आकाश का नीला। अब थोड़े से चाँवल को हल्दी, कुमकुम आदि उपरोक्त पांच रंग के द्रव से रंग लें। फिर उनसे स्वस्तिक बनाएं और जितने वर्ष पूरे हुए हो मान लो आठ वर्ष हुए तो उतने छोटे दीये स्वस्तिक पर रख दें तथा नौवें वर्ष की शुरुआत के प्रतीक के रूप में एक बड़ा दीया स्वस्तिक के मध्य में रखें और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करेंगे। आयोजित सेवा कार्य के अवसर पर समाजसेवी राजेश मदान के साथ मोहन मदान, भव्या मदान, भाविनी मदान, तुलसी मदान, धीरज मदान, सुजल टुटेजा, दूर्वा टुटेजा व अन्य सदस्य मौजूद थे