भूमिगत खदान खुलवाने के अलावा क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करना मेरा मुख्य उद्देश्य – डॉ योगेश पंडाग्रे
तवा परियोजना और कामन वर्कशॉप में किया जनसंपर्क
सारनी। कोयलांचल क्षेत्र पाथाखेड़ा में लगातार भूमिगत खदानें बंद होते जा रही है इसको लेकर तवा थ्री भूमिगत खदान जल्द शुरू होगी और गांधीग्राम को भी लेकर अनुमति का दौर जारी हो गया है,यह बात आमला विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी डॉ. योगेश पंडाग्रे के माध्यम से वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड पाथाखेड़ा की तवा वन,तवा टू भूमिगत खदान में जनसंपर्क करते हुए व्यक्ति किया है।
उन्होंने कहा कि उनके 3 साल के कार्यकाल में क्षेत्र में चौहमुखी विकास करने का हर संभव प्रयत्न किया गया है,उन्होंने कहा कि इस कार्यकाल के बाद क्षेत्र में रोजगार धंधे की कमी किसी भी तरह की नहीं होगी। उन्होंने यह भी बताया कि रोजगार स्थापित करने में थोड़ा समय लगता है और स्थानीय लोगों के माध्यम से केवल मुझे तीन वर्ष का समय ही देने का कार्य किया है। इस 3 वर्ष के कार्यकाल में उनके माध्यम से 11 करोड रुपए की लागत से 25 एकड़ के क्षेत्रफल में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने का कार्य सुखाढाना में करवाया गया है। इसके अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के माध्यम से 5500 करोड रुपए की लागत से 660 मेगावाट की सुपर क्रिटिकल इकाई का भूमि पूजन किया जा चुका है। कार्य की निविदा भी निकल जा चुकी है और 31 मार्च के पूर्व ताप विद्युत गृह के निर्माण कार्य का शुरू कर दिया जाएगा,उन्होंने यह भी बताया कि मरकढाना,बिसलदेही, उमरी और छतरपुर गांव में चार बैराज( नदियों पर स्टॉप डेम) का निर्माण करवाया गया जिसकी लागत 10 करोड़ 37 लाख 19 हजार रुपए हुई है और इस चार बैराज की वजह से 2960 एकड़ भूमि सिंचित हुई है। जिन-जिन स्थानों में बैराज का निर्माण किया गया है। वह सभी आदिवासी गांव है और आदिवासी समाज के लोगों को इन बैराज्य का सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने यहां भी बताया कि प्रदेश में सरकार बनने के बाद क्षेत्र का और विकास करने में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं की जाएगी। ताव परियोजना के बाद आमला विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर योगेश पंडाग्रे बगडोना के कामन वर्कशॉप में भी पहुंचे और वहां के कर्मचारियों अधिकारियों से मिलकर उन्हें आशीर्वाद देने की अपील की है। वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड पाथाखेड़ा की भूमिगत खदान और कामन वर्कशॉप में जनसंपर्क करते समय भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता यूनियन के पदाधिकारी कामगार बड़ी संख्या में उपस्थित थे।