अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने सामाजिक समरसता के साथ होली मिलन मनाया।
बैतुल। सनातन धर्म के सभी पर्व सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण होते है, जो सभी समाज व वर्गों को एकरूपता का संदेश देते है, इसी क्रम में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा द्वारा राधाकृष्ण धर्मशाला बैतूल में होली मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें क्षत्रिय समाज के साथ अन्य समाज के प्रबुद्ध जनों को भी आमंत्रित किया गया, इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य होली मिलन के साथ सभी समाजों में भाईचारा व अपनेपन का भाव जागृत करना था।
इस अवसर पर वीर शिरोमणि हिंदू हृदय सम्राट महाराणा प्रताप जी के छाया चित्र पर माल्यार्पण किया गया,एवं उपस्थित प्रबुद्ध जनों द्वारा उनकी वीरता और उनकी गाथाओं का सभी समाज के अलग-अलग रूप में वर्णन किया गया, साथ ही मुख्य आयोजन कर्ता के रूप में श्री जसपाल सिंह सिसोदिया जी ने कार्यक्रम और प्रेस वार्ता के माध्यम से बताया गया कि आज हिंदू धर्म में अनेक जातियां है, जिनकी अपनी रीति,मान्यताएं व परंपराएं है, जिसके कारण हम महापुरुषों को अलग-अलग जाति में बांटे जा रहे हैं, ऐसे वक्त में सर्व समाज के प्रमुख लोगों को आगे आकर युवा पीढ़ी को यह संदेश देना चाहिए कि वीर व महापुरुष किसी एक समाज या जाति के नही होते अपितु सर्वसमाज के होते है, महाराणा प्रताप जी हो या शिवाजी इन महापुरुषों ने राष्ट्र रक्षा, धर्म रक्षा के लिए किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया और उनकी यह राष्ट्र रक्षा किसी समाज के लिए नहीं बल्कि सर्व समाज के लिए थी, आज की हमारी आजादी में इन सभी महापुरुषों का बलिदान और त्याग शामिल है, हमारे प्रयास होना चाहिए कि महापुरुषों की गौरवगाथा हर घर में पहुँचे, उनका गुणगान और प्रचार हो, ताकि आने वाली पीढ़ी इनका अनुसरण करें और हमारे धर्म को सही मार्ग पर आगे बढ़ाए, इसी प्रयास में इस कार्यक्रम के माध्यम से श्री जसपाल जी ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि श्री महाराणा जी को साक्षी मानकर हम यह शपथ लेते हैं कि समाज को जोड़ने के लिए निरन्तर प्रयास किये जायेंगे, इन प्रयासों में एकजुटता दिखाकर युवा वर्ग व बच्चों को मुफ्त कोचिंग क्लास के साथ महिलाओं व बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने पर विचार किया जाएगा, इसके लिए सिलाई सेंटर,ब्यूटी पार्लर जैसे कोर्स के गुर सिखाए जाएंगे, जिसका खर्च हमारी सोसाइटी के द्वारा किया जावेगा साथ ही किसी महापुरुष का चित्र देख कर उनके चरित्र का का गुणगान किया जा सकता है इसी प्रयास में ग्राम कान्हा बघौली मे सर्व समाज द्वारा महाराणा जी की मूर्ति स्थापना की जावेगी जिसमें जिला और तहसील स्तर पर शोभायात्रा निकालकर महाराणा जी की जीवनी का गुणगान किया जावेगा जिसमें भारतीय समाज में सामाजिक समरसता लाने का प्रयास किया जाएगा आज भी होली उत्सव महोत्सव में इन्हीं विचारों के साथ ब्राह्मण समाज, कुनबी समाज के साथ अन्य समाज के प्रतिनिधि उपस्थित थे, क्षत्रिय समाज की महिला प्रतिनिधि भी मुख्य रूप से उपस्थित थी,उन्होंने भी भविष्य की योजनाओं हेतू सुझाव दिए। कार्यक्रम को सफल बनाने में क्षत्रिय समाज से कृपाल सिंह सिसोदिया, नरेंद्र सिंह,कमल सिंह चंदेल, डॉक्टर विजय सिंह,संग्राम सिंह, जगन्नाथ सिंह जी का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ। वही सर्वसमाज के प्रतिनिधियों के रूप में नरेंद्र शुक्ला, प्रमोद अग्रवाल, विपिन साहू,गोविंद पवार, दिनेश महस्की, कान्तु दीक्षित सबरजीत सिंह मनोज वाधवा व अशोक सोनी उपस्थित थे, नारी शक्ति के रूप में ज्योति राजपूत, नीलम राजपूत, खुशबू राजपूत, अंजू राजपूत व माधुरी साबले उपस्थित रही। सामाजिक एकता के रूप में किये गए इस प्रयास को सभी वर्गों द्वारा सराहा जा रहा है, जिससे सनातन धर्म और भारतीय समाज को एक नई नई शक्ति मिलेगी।