राम मंदिर के बाद अब चर्च की जमीन पर कांग्रेसी भूमाफियाओं की गिद्ध नजर
कमलनाथ जी अपने समर्थको से कहिए स्कूल की जमीन को तो छोड दो
बैतूल। इस समय बैतूल जिला मुख्यालय पर ईएलसी होस्टल को अग्रेंजी शासनकाल में जल ग्रहण मिशन, स्कूल शिक्षा मिशन, पब्लिक हेल्थ मिशन, धार्मिक कार्यो के अलावा आवासीय कार्यो के लिए लगभग 13 एकड जमीन लीज पर दी गई थी। बैतूल जिले में बडे पैमाने पर धर्मातंरण के कार्य में लगी ईसाई मिशनरी अपने कार्यो को पूरा करने के लिए अपने आधिपत्य में मौजूद जमीनो को करोडो में न्यारे – व्यारे करने का खेल खेला जा रहा है। जिले के काग्रेंसी विचारधार से जुडे मिशनरी से जुडे लोगो ने बैतूल जिला मुख्यालय के कुछ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ समर्थक भूमाफिया के संग तीन करोड में 13 एकड जमीन की खरीदी – बिक्री का खेल खेला जा रहा है।जिले में ईएलसी बैतूल के आधिपत्य में मौजूद 13 एकड जमीन जो जिला जेल के सामने से लेकर मीडिया सेंटर तथा पीछे में ईएलसी होस्टल से नगर पालिका तक मौजूद है।
ईएलसी की आड में कांग्रेसी शापिंग माल या
कांग्रेस का सर्वसुविधायुक्त बाजार बनेगा…!!
इस जमीन पर पूर्व में संचालित ईएलसी स्कूल को बंद करके अब स्कूल और खेल मैदान की जमीन पर बडे पैमाने पर 250 दुकानो एवं बडा शापिंग माल का हाल ही में भूमि पूजन किया गया। जिले में अब तक का सबसे बडा मेघा ईएलसी काम्पलैक्स माल के निमार्ण का कार्य जिले के कांग्रेसी नेताओं एवं ठेकेदारो के हाथो में है। 80 लाख रूपये की लागत से अभी से दुकानो की बुकिंग शुरू हो चुकी है। खबर कहां तक सही है लेकिन लोगो का ऐसा कहना है कि 300 करोड रूपये जो मौजूदा जमीन पर दुकान बनवाने के एवज में ईएलसी मिशनरी को दिया गया है उससे ईएलसी मिशनरी जिले में कौन सा बडा जनउपयोगी कार्य करेगी यह तो आने वाला समय बताएगा लेकिन जानकारो का कहना है कि सौ साल से अधिक पुराने चर्च के चारो ओर लम्बा चौडा बाजार बनवाने वाले कांगं्रेसी नेताओ एवं इसाई मिशनरी से जुडे लोगो की मेलजोल को लेकर हिन्दु संगठन काफी गुस्से में है। हिन्दु सेना के प्रदेश अध्यक्ष दीपक मालवीय का कहना है कि इन पैसो से मिशनरी जिले में बडे पैमाने पर धर्मातरण का कार्य करवाएगी। विश्व हिन्दु परिषद से जुडे राष्ट्रीय चिंतक लेखक एवं भाजपा नेता प्रवीण गुगनानी के अनुसार ऐसा कोई भी सौदा किसी भी संस्था का पूरा नहीं होने दिया जाएगा। हमारे देश में यदि मंदिर को दान मिली जमीन नहीं बिक सकती है तो इसाईयों को लीज पर दी गई जमीन का उपयोग कैसे बदल सकता है।
मिशनरी के पास इतना पैसा कहां…!
कहां से आएगा इतना रूपैया ….!!
बैतूल जिले में जबसे चौक चौराहो पर चर्चा का बाजार गर्म है लोग इसाई धर्मगुरू विशफ श्री सुरेन्द्र सुक्का से यह पुछने लगे है कि मिशनरी के पास काम्पलैक्स बनाने का पैसा कहां से आएगा। इस सवाल का वे जवाब नहीं दे पाए। छिन्दवाडा के अशोक चौकसे सहित अन्य जालसाजी धोखाधडी के आरोपियों के विरूद्ध कमर कस कर मैदान में उतरी उनकी विरोधी टीम का कहना है कि मध्यप्रदेश ई एल सी के चुनाव नियमानुसार एवं समिति के नियम के विपरीत हुए है। इएलसी की संचालन समिति में स्वीडन मिशन बोर्ड की गाइड लाइन के अनुसार इंग्लो इंडियन समुदाय के लोगो का प्रतिनिधित्व चाहिए लेकिन इस समुदाय के एक भी व्यक्ति को दी इवेजिकल लूथरन चर्च मध्यप्रदेश लूथरन भवन छिन्दवाडा से सबंध बैतूल ईएलसी के द्धारा भूमि का विक्रय नहीं किया जा सकता। मध्यप्रदेश सोसायटी रजिस्ट्रकरण अधिनियम 1973 की धारा 21 में निहित शर्तो के मुताबिक बैतूल जिले में ईएलसी के पास मौजूद जमीन वर्ष 1961 एवं 62 में दर्ज है। संस्था का पंजीयन 11 जनवरी 1972 को हुआ है। संस्था पूर्व में अर्जित जमीन को बेच नहीं सकती और न उसका प्रायोजन बदल सकती है।
वर्ष 2018 में भी मांगी थी अनुमति !
दी इवेजिकल लूथरन चर्च मध्यप्रदेश लूथरन भवन छिन्दवाडा द्वारा 10 दिसम्बर 2018 को कार्यालय रजिस्ट्रार फर्म्स एवं संस्थाए भोपाल को पत्र लिख कर उनसे भी जमीन बेचने की अनुमति मांगी गई थी। उस समय भी समिति का प्रस्ताव जो कि बैतूल बाजारपुरा वार्ड नम्बर 4 सीट नम्बर 20 प्लाट नम्बर 66 रकबा 4275 में से 1800 वर्ग फीट भूमि को विक्रय करने का प्रस्ताव भेजा था जिसे रजिस्ट्रार फर्म्स एवं संस्थाए भोपाल ने अमान्य करार कर दिया। एक बार फिर उसी सीट नम्बर एवं प्लाट नम्बर पर बडे पैमाने पर दी इवेजिकल लूथरन चर्च मध्यप्रदेश बैतूल के द्वारा शापिंग काम्पलैक्स की आड मे भोपाल – इन्दौर से महानगरो की तर्ज पर शापिंग माल सर्व सुविधायुक्त बाजार बनाया जा रहा है।
स्कूल बंद करके बेची जा रही है जमीने..!
स्कूल मैदान की जमीन पर काम्पलैक्स
दी इवेजिकल लूथरन चर्च मध्यप्रदेश को करोडो रूपयो की जमीन स्कूल शिक्षा – पब्लिक हेल्थ, जल ग्रहण मिशन , एवं अन्य कार्यो के अलावा आवासीय क्षेत्र के लिए लीज पर जमीन दी गई थी। उस जमीन का उपयोग स्कूल शिक्षा मिशन के लिए किया जाना था लेकिन ईएलसी ने अपना अग्रेंजी माध्यम का स्कूल बंद करके स्कूल एवं स्कूल के मैदान की जमीन पर शापिंग माल बनाने का खेल खेला जा रहा है। इसके पूर्व बैतूल जिले में कांग्रेस के भूमाफिया मुलताई में राम मंदिर की जमीन को खरीदने का पाप कर चुके है। वर्तमान में पूरा मामला जबलपुर न्यायालय में विचाराधीन है। बैतूल के मामले में भी यह कहा जा रहा है कि तथाकथित दी इवेजिकल लूथरन चर्च मध्यप्रदेश की प्रदेश इकाई के चुनाव को लेकर एक मामला जबलपुर मे विचाराधीन है कि असली कौन, नकली कौन….! सही संचालन समिति को ही अधिकार है कि वह समिति के पंजीयन के संग प्रस्तुत नियमावलि के अनुसार कार्य करे। अब पूरे मामले में देखना है कि केन्द्र एवं राज्य में भाजपा सरकार सही गलत का फैसला कैसे करती है।
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