होमगार्ड अपनी जान जोखिम डालकर दूसरों की जान बचाने वाले देवदूत हैं – राज्यपाल श्री पटेल
– हमारे गृह मंत्री ऐसे, जिन्होंने बाढ़ प्रभावितों के लिये लगा दी जान की बाजी
– कौन कहता है भगवान नजर नहीं आता, विपत्ति में सिर्फ वही नजर आता है – गृह मंत्री डॉ. मिश्रा
– दूसरों की जान बचाने कुर्बान होने को तैयार रहते हैं होमगार्ड – डीजी होमगार्ड श्री जैन
– होमगार्ड मुख्यालय में शिल्प उपवन का लोकार्पण
भोपाल। गोवर्नोर MP श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि अपने प्राणों को संकट में डालकर दूसरों की जान बचाने वाले होमगार्ड के जवान देवदूतों की तरह लोगों की मदद करते हैं। आपदा में वे वास्तव में धरती पर भगवान का रूप होते हैं। राज्यपाल श्री पटेल ने सोमवार को होमगार्ड मुख्यालय में शिल्प उपवन का लोकार्पण करते हुए यह बातें कहीं। उन्होंने गृह मंत्री Dr. Narottam Mishra द्वारा गत वर्ष अपनी जान जोखिम में डालकर बाढ़ पीड़ितों की मदद करने पर मुक्त कंठ से सराहना की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि “कौन कहता है कि भगवान नजर नहीं आता, आपदा में सिर्फ वही नजर आता है।” होमगार्ड के जवान संकट में फँसे लोगों की ईश्वर की तरह ही मदद करते हैं। महानिदेशक होमगार्ड एवं आपदा प्रबंधन श्री पवन जैन ने कहा कि हमारे जवान दूसरों के प्राणों की रक्षा के लिये अपने प्राण देने के लिये भी तैयार रहते हैं। पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा और पुलिस के अन्य आला अधिकारी उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि जब दिल, दिमाग और हाथों का समन्वय होता है, तब शिल्पकार उत्कृष्ट शिल्पों का निर्माण करते हैं। आप एकाग्रता को कायम कर ही अच्छे शिल्पकार बन सकते हैं। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि आपदा में बिना डरे, बगैर पीछे हटे अपना कर्त्तव्य निभाने वाले जवानों का शिल्प उपवन में प्रदर्शन सराहनीय है। उन्होंने पत्थरों को तराशकर जीवंत बनाने वाले शिल्पकारों को बधाई दी। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि प्राकृतिक आपदा, महामारी और शांति सुरक्षा से जुड़े प्रबंधन, राहत एवं बचाव का कार्य अत्यंत चुनौतीपूर्ण है। प्रसन्नता की बात है कि होमगार्ड के जवानों द्वारा बखूबी अपना कर्त्तव्य निर्वहन किया जा रहा है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि निरंतर दक्षता प्राप्ति के लिये अभ्यास जरूरी है। समय-समय पर इसके लिये प्रशिक्षण और कौशल उन्नयन के आयोजन भी किये जाने चाहिये। उन्होंने आपदा प्रबंधन के अनुभवों को भी साझा करने की आवश्यकता बताई।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि हमारे गृह मंत्री ऐसे हैं, जिन्होंने गत वर्ष दतिया और आसपास के क्षेत्रों में आई बाढ़ में प्रभावितों को बचाने के लिये अपनी जान की बाजी लगा दी। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा बाढ़ में फँसे लोगों की मदद के लिये खुद की परवाह किये बगैर हमेशा तत्पर रहे।
होमगार्ड के जवान हैं शेरदिल – डॉ. मिश्रा
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जिंदगी हिम्मत से जीती जाती है। होमगार्ड के जवान शेरदिल हैं। हिम्मत की कोई कमी नहीं है। आपदा के समय जब ये मौजूद होते हैं, तो जनता में दृढ़ विश्वास होता है कि हर संकट चाहे बाढ़ हो, आग हो, कोई दुर्घटना हो, सभी से होमगार्ड के जवान बचाकर ले आयेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में होमगार्ड के जितने जवान हैं, उतनी ही जिंदगियाँ एक साल में उन्होंने बचाई हैं। मंत्री डॉ. मिश्रा ने राज्यपाल श्री पटेल का होमगार्ड परिवार की ओर से आभार व्यक्त किया।
होमगार्ड के जवान संकट के समय हमेशा तत्पर-श्री जैन
महानिदेशक होमगार्ड श्री पवन जैन ने कहा कि हमारे जवान हर तरह के संकट में लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिये तत्पर रहते हैं। जवान परिंदों की तरह हैं, जो पूरे आसमान में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। उन्होंने कहा कि होमगार्ड के जवानों ने 16 दिसम्बर, 2021 को 12 घंटे के सतत रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद छतरपुर में जिंदगी बचाने का अद्भुत कार्य किया। भोपाल में ही 5 सदस्यीय परिवार को 3 बार पानी की टंकी से उतार कर उनके जीवन की प्राण-रक्षा की। हमारे जवान हुनरमंद हैं। उनके द्वारा पत्थरों को तराश कर शिल्प उपवन को तैयार करने में महती भूमिका निभाई गई है।
पाषाण प्रतिमाओं में शिल्पकारों ने फूँकी जान
शिल्प उपवन में देश के शीर्षस्थ शिल्पकारों द्वारा होमगार्ड लाइन में पत्थरों को तराश कर शिल्पांकन किया गया। विध्न विनाशक गणेश, कामधेनु, शब्द ब्रह्म, चालक पक्षी, शिव शक्ति, प्रकृति तथा उल्कापिंड रूपी पत्थरों के श्रेष्ठ जीवंत शिल्प होमगार्ड मुख्यालय के शिल्प उपवन में प्रतिस्थापित किये गये हैं। पाषाण में रचे गये ये नयनाभिराम शिल्प ईश्वर, प्रकृति और इंसान के रिश्तों का बखूबी एहसास कराते हैं।
4 डिवीजन को मिली मल्टी यूटिलिटी व्हीकल
शिल्प उपवन लोकार्पण समारोह में प्रदेश के 4 डिवीजन को मल्टी यूटिलिटी व्हीकल की चाबियाँ सौंपी गईं। डिवीजनल कमाण्डेंट ग्वालियर श्री मनीष सिंह चौहान, जबलपुर के श्री रोहिताश पाठक, भोपाल की सुश्री उषा डामोर और उज्जैन की श्रीमती प्रीति बाला सिंह ने चाबियाँ प्राप्त कीं।
जिलों को मिले टेबलेट
आपदा प्रबंधन के कार्य को तकनीकी रूप से उन्न्त बनाने के लिये सभी जिलों को टेबलेट प्रदान किये गये। कार्यक्रम में 10 जिलों भोपाल, इंदौर, दमोह, ग्वालियर, श्योपुर, होशंगाबाद, शाजापुर, सतना, उमरिया और कटनी के अधिकारियों को प्रतीकात्मक रूप से टेबलेट प्रदान किये गये।
चित्र प्रदर्शनी और उपकरणों का किया अवलोकन
होमगार्ड मुख्यालय में राज्यपाल श्री पटेल और गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने आपदा के समय में होमगार्ड और एसडीईआरएफ के जवानों द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों पर केन्द्रित चित्र प्रदर्शनी देखी और संकट के समय में उपयोग में आने वाले आपदा प्रबंध के आधुनिक उपकरणों का अवलोकन भी किया।