नगर के अस्तित्व को बचाने गायत्री महायज्ञ में दी आहुतियां

सारनी:- सारणी स्थानीय गायत्री प्रज्ञा पीठ में वार्षिकोत्सव के अवसर पर नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ के दूसरे दिन नगर के अस्तित्व को बचाने के लिए महामृत्युंजय मंत्र से आहुतियां समर्पित की गई. यज्ञ संचालन टोली के नायक पंडित रूपलाल महाराज ने कहा कि व्यापारी भाइयों द्वारा मंगलवार को अपने-अपने प्रतिष्ठान व दुकानें बंद रखकर नगर के अस्तित्व को बचाने के लिए तथा सरकार तक आवाज पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है उनके इस प्रयास की सफलता के लिए यज्ञ भगवान से भी निवेदन करें कि सरकार सारणी नगर की समस्त वर्तमान समस्याओं का निराकरण करें युवाओं के रोजगार की समुचित व्यवस्था बने और यहां के नगरवासी प्रसन्नता पूर्वक जीवन यापन कर सकें संगीत टोली के श्री रोशन मासतकर, हितेश सतवासे, रोहित एवं श्रीमती हेमलता रघुवंशी श्री फगनु गुलवासे ने प्रज्ञा गीतों की भाव भरी प्रस्तुति से सभी को भाव विभोर कर दिया .
15 दिसंबर को महायज्ञ में गुरु दीक्षा के साथ-साथ अन्य सभी संस्कार तथा प्रतिभा सम्मान समारोह होगा जिसके बाद गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति के साथ वार्षिकोत्सव का समापन हो जाएगा.