11 नवम्बर को दिल्ली मे 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनो का राष्ट्रीय अधिवेशन होगा :- कॉ.मोदी
सारनी:- 11नवंबर से संपूर्ण भारत वर्ष के श्रमिको के 10 श्रमिक संगठनो ने भारत सरकार की श्रमिक विरोधी, जन विरोधी, किसान विरोधी नीति के खिलाफ जंतर मंतर मैदान दिल्ली मे विरोध प्रदर्शन और सम्मेलनों की सीरीज आयोजित करने का निर्णय लिया है। 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने संसद के बजट सत्र के दौरान 2 दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने का ऐलान किया है.उसके बाद राज्य स्तरीय सम्मेलन और फिर देशभर आंदोलन होगा।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की सार्वजनिक उद्योग की विनिवेश योजना के विरोध, मजदूरों को होने वाली समस्याओं, नौकरियों की चुनौती, रेलवे में निज़ीकरण, कोयला खदानों की नीलामी,सड़को को पार्टनरशिप के बहाने रोडो का विकास करने के नाम पर टोल टैक्स लगाकर टैक्स वसूली करने और किसानों के मुद्दों को लेकर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने की घोषणा की है।
डॉ. मोदी ने कहा कि 2021-22 के केंद्रीय बजट में सरकार ने वित्त वर्ष 2022 में दो सरकारी बैंकों और एक बीमा कंपनी समेत सरकारी की कंपनियों और वित्तीय संस्थानों में हिस्सेदारी बिक्री की बात कही थी.अभी अभी अरबों रूपयों का एयर इंडिया को 18000 करोड़ रूपयों में बिक्री कर दिया है। । कोरोना के नाम पर रेल यात्रीयों से अधिक किराया लेना, मध्यप्रदेश के बिजली विभाग के 5 टुकड़े किये जानें और उससे वसूली कर को अडानी को देने को तैयार है। जिससे प्रत्येक उपभोक्ताओं को 13 रूपये प्रतिमाह अलग से सचार्ज के रूप में देना होगा। इस सबके खिलाफ 26 नवम्बर 2021 को राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है। यह विरोध दिवस किस रूप में मनाया जायेगा यह सब बातें और अगला कदम क्या होंगा तय करने के लिए यह सम्मेलन होगा।
इंडियन माईन वर्कर्स फैडरेशन (एटक) कोल उद्योग सभी से अपील करता है कि 11 नवम्बर को दिल्ली में महागठबंधन के सम्मेलन में अपनी भागीदारी दर्ज करे।