बुद्ध विहार शोभापुर कॉलोनी में विपासना शिविर का हुआ समापन।
सारणी। सम्राट अशोक विजयादशमी धम्म परिवर्तन चक्र दिवस पर सुजाता बुद्ध विहार शोभापुर कॉलोनी में दिनांक 17,10,2021, दिन रविवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ में मनाया कार्यक्रम की शुरुवात 10,30, बजे से 1,00 बजे परम पूज्य डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर महामानव तथागत गौतम बुद्ध के समीप मोमबत्ती प्रज्वलित करके पुष्प अर्पित किए एवं पूज्य भंते जी धम्मगुरु दीपांकर भंते जी के द्वारा परित्राण पाठ त्रिशरण पंचशील समस्त उपासक एवं उपासिकाओ के द्वारा संपन्न किया गया तत्पश्चात सुजाता बुध विहार शोभापुर के द्वारा बहुजन समाज के मेघावी छाता छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं शील्ड से सम्मानित किया गया जो अपने बहुजन समाज का नाम जिले से लेकर प्रदेश स्तर से लेकर केंद्र स्तर से लेकर विदेश तक गौराअंकित कर रहे हैं
इस कार्यक्रम का संचालन आयुष्मान ईश्वर मंडलेकर जी ने किया ईस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सारणी नगरपालिका अध्यक्ष आशा महेंद्र भारती जी, बेतूल जै एच कॉलेज के डॉक्टर सुखदेव डोंगरे जी, दमुआ से बोद्ध समाज सेवक विनोद निरापुरे जी, बेतूल बौद्ध विहार के अध्यक्ष धनराज चंदेलकर जी ,महेन्द्र भारती जी, भीम सेना ब्लाक अध्यक्ष अमजद खान, वार्ड पार्षद संगीता कापसे, भीम नगर बडौरा बैतूल से मीना पाटील, जसवंती चौकीकर, गीता नागले, पाथाखेडा बोद्ध विहार से सुसमा महाजन, आदि वक्ताओ ने अपने वक्तव रहे। सर्वप्रथम सुषमा महाजन ने महिलाओं और समानता के अधिकार पर प्रकाश डाला डॉ सुखदेव डोंगरे जी ने सम्राट अशोक कलिंग युद्ध पर प्रकाश डालामीना पाटिल ने सावित्रीबाई फुले के जीवन पर प्रकाश डाला श्याम ठाकरे जी ने तथागत गौतम बुध और बाबा साहब ने एस सी एस टी ओबीसी को क्या दिया उस पर प्रकाश डाला महेंद्र भारती जी ने संविधान से हमें क्या अधिकार मिले एक चपरासी से लेकर राष्ट्रपति तक बाबा साहब के दिये आरक्षण पर प्रकाश डाला। एवं सभा के प्रमुख वक्ता के रूप में बौद्ध समाज सेवक समस्त मध्य प्रदेश के समस्त जिले से लेकर हर ग्रामीण स्तर तक अंबेडकरवाद को फैलाने वाले दमुआ के विनोद निरापुरे जी ने अपने वक्तव्व में मनुस्मृति से लेकर अंबेडकरवाद और धम्म के ऊपर बहुत स्टीक उदाहरण देकर अपने वक्तत्व रखें एवं सभी उपासक उपासिकाओ ने विनोद निरापुरे के वक्तत्व की बहुत सरानाहा की इस कार्यक्रम में उपस्थित समस्त सुजाता बुद्ध विहार शोभापुर की टीम भीम सेना ब्लॉक की टीम एवं समस्त नगर के उपासक एवं उपाशीकाओ की उपस्थिति प्रार्थनीय रही।