बूढ़ी माई में तेंदूपत्ता बोनस भुगतान नहीं होने पर शिकायत दर्ज करने के निर्देश
नीमिया में आंगनबाड़ी से पोषण आहार वितरण में लापरवाही की जांच की जाए-कलेक्टर

बैतूल। कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत समस्याओं के निराकरण, व्यक्तिगत शिकायतों/समस्याओं के निराकरण तथा हितग्राही मूलक योजनाओं के धरातल पर क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया ग्राम संवाद कार्यक्रम शनिवार को शाहपुर विकासखंड के फोफल्या में आयोजित किया गया। इस दौरान कलेक्टर द्वारा फोफल्या क्लस्टर के बूढ़ी माई में तेंदूपत्ता बोनस का भुगतान नहीं होने की जानकारी मिलने पर उक्त शिकायत समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में दर्ज करने के निर्देश दिए गए। ग्राम नीमिया की आंगनबाड़ी में पोषण आहार वितरण में लापरवाही एवं मातृ-वंदना योजना के कार्ड वितरित नहीं होने की जानकारी मिलने पर जांच किए जाने एवं वितरण व्यवस्था में सुधार लाने हेतु जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया। ग्राम संवाद कार्यक्रम में विधायक घोड़ाडोंगरी श्री ब्रह्मा भलावी, सीईओ जिला पंचायत श्री अभिलाष मिश्र, अपर कलेक्टर श्री श्यामेन्द्र जायसवाल, सहायक कलेक्टर श्री अंशुमन राज सहित विभागीय अधिकारी एवं ग्रामीण जन उपस्थित थे।
ग्राम संवाद के दौरान आमजन से प्राप्त 62 आवेदनों में से 20 का मौके पर ही निराकरण किया गया, शेष के निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को समय-सीमा दी गई। ग्रामीण समस्याओं की सुनवाई के दौरान ग्राम टांगनामाल में नामांतरण के प्रकरणों के निराकरण के संबंध में लापरवाही की जानकारी मिलने पर वहां के पटवारी श्री राजेश तारम को कारण बताओ नोटिस दिए जाने के निर्देश एसडीएम को दिए गए। साथ ही इनके अभिलेखों की जांच हेतु अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को कहा गया। इसी तरह ग्राम फोफल्या में सामाजिक सहायता पेंशन के प्रकरणों के निराकरण में लापरवाही की जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने वहां के पंचायत सचिव को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए। ग्राम हांडीपानी में बिजली का खंबा बदलने संबंधी मांग पर कलेक्टर ने विद्युत विभाग के अधिकारी उक्त शिकायत का तत्काल निराकरण करने हेतु निर्देशित किया। ग्राम ढोढरामऊ में पेयजल योजना की पाइप लाइन बिछाने में आपत्ति कर रहे लोगों को समझाइश देकर लाइन बिछाने का काम पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। तहसीलदार से कहा गया कि आवश्यकता पडऩे पर यहां अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी की जाए।
ग्राम डुलाराढाना के किसानों द्वारा उनके खेतों में ट्रांसफार्मर लगवाने की मांग के संबंध में निर्धारित शुल्क जमा करने पर ट्रांसफार्मर लगाने की कार्रवाई करने हेतु विद्युत विभाग के अधिकारी को कहा गया। ग्राम फोफल्या में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की किश्त मिलने के बाद भी हितग्राहियों द्वारा कार्य प्रारंभ नहीं करने पर उनको तत्काल कार्य प्रारंभ करने की हिदायत दी गई।
नामांतरण-बंटवारा का तत्काल हो निराकरण
गांवों में लगाए जाएं कोविड टीकाकरण शिविर
ग्राम संवाद के दौरान कलेक्टर श्री बैंस ने राजस्व विभाग के अमले को नामांतरण-बंटवारा के लंबित प्रकरणों का तत्परता से निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रकरणों के अनावश्यक निलंबित रहने की शिकायतें नहीं मिलना चाहिए। इसी तरह सामाजिक सहायता पेंशन के प्रकरणों में पात्र हितग्राहियों को तुरंत पेंशन स्वीकृत करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए। कलेक्टर ने फोफल्या सहित ऐसे ग्राम जहां कोविड टीकाकरण की आवश्यकता है, वहां टीकाकरण के शिविर लगाकर वैक्सीनेशन का कार्य सम्पन्न करने हेतु खंड चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए। इस दौरान ग्रामीणों को भी टीका लगवाने की समझाइश दी।
ज्यादा से ज्यादा जल संरचनाएं निर्मित की जाएं
कलेक्टर ने ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे अपने कार्यक्षेत्र में सर्वेक्षण कर यह देखें कि जल संरचनाओं की कहां-कहां आवश्यकता है, जहां जल संरचनाओं के निर्माण की उपयुक्तता दृष्टिगोचर होती है, वहां जल संरचनाओं का निर्माण कार्य हाथ में लिया जाए।
दी गई ‘चलें खेत की ओर’ कार्यक्रम की जानकारी
ग्राम संवाद के दौरान उप संचालक कृषि श्री केपी भगत ने बताया कि जिले में एक अक्टूबर से संचालित ‘चले खेत की ओर’ कार्यक्रम के तहत किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, पशु पालन विभाग, उद्यानिकी विभाग, मत्स्य पालन विभाग, रेशम पालन विभाग द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में जाकर आगामी रबी मौसम से संबंधित फसलों की तकनीकी जानकारी एवं खेती-बाड़ी की तात्कालिक समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है एवं उन्नत तकनीकियों की जानकारी दी जा रही है। किसानों से अपेक्षा है कि वे इस कार्यक्रम का लाभ लें एवं अपनी कृषि को लाभकारी बनाएं।
सांडों के बधियाकरण अभियान की दी गई जानकारी
ग्राम संवाद में उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. केके देशमुख ने बताया कि जिले में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि एवं गायों की नस्ल सुधारने के लिए निकृष्ट एवं निराश्रित सांडों का बधियाकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 23 अक्टूबर तक 2 चरणों में बधियाकरण अभियान संचालित किया जा रहा है।
अभियान के तहत प्रथम चरण में 4 से 7 अक्टूबर तक जिले की समस्त गौशालाओं में निकृष्ट सांडों का बधियाकरण किया गया है। द्वितीय चरण में 8 से 23 अक्टूबर तक समस्त विकास खंडों में ग्राम पंचायतों/ग्रामों में बधियाकरण किया जाएगा।
उप संचालक डॉ. देशमुख ने पशुपालकों एवं किसानों से इस अभियान का लाभ लेने का अनुरोध करते हुए कहा कि वे अपने निकृष्ट एवं निराश्रित सांडों का बधियाकरण करवा लें, जिससे अच्छी नस्ल की गायों के वंश में वृद्धि होने से दुग्ध उत्पादन भी बढ़ सके।