कारगिल विजय दिवस की संध्या पर शहिद जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गईं l
सारनी । ब्लाक भुर्त पुर्व सैनिक संघ घोड़ाडोंगरी तत्वावधान में कारगिल विजय दिवस पर ब्लॉग अध्यक्ष भुर्त सैनिक मुन्नालाल कापसे के नेतृत्व में
कारगिल विजय दिवस के 22 वर्ष पुर्ण होने पर सारनी के जंय स्तंभ चौक पर बड़ी संख्या में घोड़ाडोंगरी ब्लाक के भुर्त पुर्व सैनिकों ने शहिद जवानों की शहादत याद कर मोमबत्ती प्रज्वलित कर एवं फुल अर्पित कर दो मिनट का मौन धारण कर शाहिदो को नम् आखों से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की कारगिल युद्ध खुद लडे भुर्त पुर्व सैनिक ब्लाग अध्यक्ष मुन्नालाल कापसे जी ने बतायें की कारगिल की लड़ाई भारत के आन-बान-शान की लडाई थी इस लडाई में हमने अपने सौकडो जवानों को खोया। पाकिस्तान ने हमारे सीमा पर अतिक्रमण कर रखा था और यह वही कठिन दौर था फिर भी भारतीय जवानों ने अपनी जान की बाज़ी लगा कर पाकिस्तान के नापाक इरादों को ध्वस्त किया। कारगिल की हर एक पोस्टों पर नाजायज़ कब्जा को हटाया वह मंजर आज भी हमे याद हैं की कितनी कठिनाइयों से एक सैनिक अपनी जान की बाज़ी लगा देता है देश के लिए कुर्बान होता है कापसे ने बताया हमें उस कारगिल विजय दिवस के साक्षी रहे हैं और अपने शहिद सैनिकों की शहादत को भुल नही सकते इस अवसर पर पुरे ब्लाग से आये सभी भुर्त सैनिक ने भारत माता के नारे लगाये और कसम खाई की जब भी देश को हमारी जरूरत होगी हम तैयार है प्रमुख उपस्थित से भुर्त सैनिक रुपलाल उईके प्रवीण साडे , विनोद झा, मुन्नालाल कापसे सुनील साकरे, खुरसिद आलम, मनोहर बिसन्दे धीरज सोनी सुधाकर साकरे सुभा डाहरे मुकेश कुशवाह प्रकाश घिडोडे अनवर खान, राजेंद्र सोनी, अनिल सोलंकी दीपक कुमार राजेश पुरी गोस्वामी, समाजिक कार्यकर्ता एड राकेश महाले तिलक सालोडे रमेश हारोडे, संतोष देशमुख राजेश डोईफोटे, भूपेन्द्र पाटनकर, सीएम बेलें सहित और प्रमुख ने साथियों श्रद्धांजलि अर्पित की।