स्वस्थ हुआ घायल अजगर, जंगल में छोड़ा गया
सारनी:- 29 जून 2021 को सारनी रेंज के मोरडोंगरी गांव में ट्रेक्टर से खेत की जुताई करते समय घायल हुआ अजगर इलाज के बाद स्वस्थ हो गया जिसे जंगल में छोड़ दिया गया।
अजगर का रेस्क्यू करने वाले पर्यावरणविद् आदिल खान ने बताया कि 29 जून को घायल अजगर कि सूचना प्राप्त हुई थी जिसके बाद उनके माध्यम से वन विभाग को इस संबंध में जानकारी दी गई और फिर घायल अजगर का रेस्क्यू किया गया, अजगर की आंतें बाहर आ गई थी। रेस्क्यू करने के बाद 29 जून की रात घोड़ाडोंगरी की पशु चिकित्सक डॉ सीमा ठाकुर, डिस्पेंसरी अटेंडेंट दशरथ गीत ने गंभीर रूप से घायल अजगर की सर्जरी की, डेढ़ घंटे तक चले इस ऑपरेशन में अजगर को लगभग बारह टांके लगाए गए।
जिसके बाद पिछले 10 दिनों से अजगर सारनी निवासी पर्यावरणविद् आदिल खान की निगरानी में था, अजगर की ठीक तरीके से देखभाल की गई और समय-समय पर उसे धूप भी दिखाई गई।
इसके बाद सारनी रेंजर अमित साहू, पर्यावरणविद् आदिल खान, अर्पित सिंह, शुभम यादव के माध्यम से अजगर की जांच के लिए उसे घोड़ाडोंगरी अस्पताल ले जाया गया, जहां पर अजगर की जांच डॉक्टर सीमा ठाकुर के माध्यम से की गई। जांच में अजगर स्वस्थ पाया गया और उसके टांके भी सुख चुके थे जिसके बाद अजगर का फिटनेस सर्टिफिकेट पशु चिकित्सक के माध्यम से 9 जुलाई को वन विभाग को दिया गया। आदिल ने बताया कि वन विभाग के स्थानीय स्तर के अधिकारियों का अजगर के उपचार में सहयोग रहा ।
9 जुलाई शुक्रवार की शाम को पर्यावरणविद् आदिल खान के माध्यम से अजगर को एसडीओ विजय मोरे की देखरेख में व वन रक्षक करण सिंह मर्सकोले, अपूर्व विभान्डया की मौजूदगी में सारनी रेंज के जंगल में सुरक्षित स्थान पर छोड़ा गया। अजगर को जैसे ही छोड़ा गया उसने मूवमेंट शुरू कर दिया और एक सुरक्षित स्थान देखकर वहां छुपकर बैठ गया।
अजगर का ऑपरेशन और उसकी देखभाल करना एक बड़ी चुनौती था, अजगर की देखरेख में बहुत मेहनत लगी, अजगर के स्वस्थ होने पर उसे जंगल में छोड़ दिया गया।
आदिल खान, पर्यावरणविद् सारनी।
जांच में अजगर पूर्ण रुप से स्वस्थ पाया गया जिसके बाद वन विभाग को अजगर का फिटनेस सर्टिफिकेट दिया गया
डॉ सीमा ठाकुर, पशु चिकित्सक घोड़ाडोंगरी ।
अजगर का ऑपरेशन सफल रहा, दस दिन कि देखरेख के बाद अजगर स्वस्थ हो गया, शुक्रवार शाम अजगर को सारनी रेंज के जंगल में सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया
विजय मोरे, एसडीओ सारनी।